ठाणे [ युनिस खान ] फ्रांस में एक टीचर ने पैगंबर मोहम्मद का कारटून बनाने वाले टीचर का समर्थन और इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने को लेकर पूरी दुनिया में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो के विरुद्ध नारजगी है। आज मुंब्रा में
फ्रांस राष्ट्रपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कलर लोगों ने उनके पोस्टर पर चप्पल बरसाया है। मुंब्रा नगर सेवक अशरफ पठान शानू और रिकॉर्ड फेडरेशन की ओर से फ्रांस के राष्ट्रपति के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया गया। दारुल फलाह मस्जिद के पास प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाये , इस्लाम आतंकवाद से नाता नहीं रखता, मोहम्मद पैगंबर अमन के पैगंबर थे, दुनिया में शांति फैलाने आए थे, इस तरह के नारे लगाए और फ्रांस के राष्ट्रपति यौम आतंकवादी हो , तुम किसी मजहब को आतंकवाद कैसे घोषित कर सकते हो इस तरह नारेबाजी कर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसे दौरान नगर सेवक अशरफ पठान शानू ने बताया कि हम आज देख रहे हैं कि भारत में भी एमपी और यूपी के सीएम ने फ्रांस के विरोध में प्रदर्शन करने वालों को चेतावनी दी है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम हर जगह प्रदर्शन करेंगे जब तक के गुस्ताख ए रसूल माफी नहीं मांग लेते आप उसके बदले में हम पर चाहे एफ आई आर करो *चाहे जान क्यों न चली जाए* लेकिन गुस्ताख ए रसूल बर्दाश्त नहीं करेंगे। शानू पठान ने कहा दुनिया भर में आतंकवादी हमले हो रहे हैं कहीं मस्जिद में भी गोलियां चली कहीं चर्च में चली तो क्या आप हर हमला करने वालों को उनके धर्म से जोड़ कर देखोगे। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में आतंकवाद को बढ़ावा देने या कोई भी धर्म आतंकवाद नहीं सिखाता हर धर्म दुनिया में अमन और शांति का पैगाम लेकर आया है। आप अमन और शांति इस दुनिया में कायम रहने दो। शानू पठान ने कहा कि किसी भी दौर में किसी ने भी आज तक पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की है और न ही आगे की जाएगी।