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वसई, मुंबई का उभरता हुआ इंटरकोस्टल रिहाईशी ठिकाना

मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] महामारी के बाद लोगों के जीवनशैली के उद्देश्यों से ज़्यादा मेल खाने वाले अपने घर की पसंदों पर दोबारा विचार किए जाने के चलते मुंबई के प्रॉपर्टी बाज़ार में समय के साथ बदलाव आते रहे हैं। क्योंकि मुंबई और ठाणे जैसी मुख्य जगहें भर चुकी हैं और घनी आबादी वाले बन चुके हैं, पश्चिमी उपनगरों और बाहरी इलाक़ों में प्रॉपर्टी के विकल्पों की तरफ झुकाव एक ख़ास बात बनता जा रहा है। कई सालों से, वसई अपने पुराने समुद्री किनारों, पुर्तगाल के प्रवासीय प्रभाव और हरियाली के लिए बहुत अच्छी तरह से जाना जाता है। प्रकृति की गोद में तरोताज़ा होने के साथ-साथ शहरों के शोरगुल के बिना शहर के जीवनशैली के अपनेपन का मज़ा लेने की चाह में लोग इस नज़दीकी समुद्री किनारे की तरफ खिंचे चले आ रहे हैं।

        इस समुद्र के बीच बसे शहर का अछूता समुद्री किनारा: समुद्री किनारे नज़दीक रिहाईशी परियोजना आम तौर पर शहर के दूसरे इलाक़ों से ज़्यादा क़ीमत वाले होते हैं। कोलाबा, मालाबार हिल, नेपियन सी रोड और वर्सोवा जैसे इस समुद्र के बीच बसे शहर की दूसरे समुद्री किनारों वाली जगहों के मुक़ाबले वसई किफ़ायती कीमत वाले घरों के विकल्प (~ 80-90% कम) देता है। हरे भरे इलाक़ों के साथ समुद्र तट तक सीधी पहुँच घर खरीदने वालों को सस्ती कीमतों पर आराम से रहने का मज़ा देती है। मुंबई में लगभग 150 कि.मी. का समुद्री किनारा है और इन इलाक़ों में रहने से वहाँ रहने वाले लोगों के ज़िंदगी जीने की क़ाबिलियत को बढ़ा देता है।

    पैसे लगाने का अच्छा मौका: वसई में जगह की क़ीमत, ख़ास तौर पर पश्चिमी हिस्से में, पिछले छह सालों में 13% बढ़ गई है। आज, परियोजना की जगह, विकासक की प्रोफाइल, सुविधाओं और ख़ासियतों के आधार पर, वसई में प्रॉपर्टी की कीमतें बने हुए हिस्से पर रु. 8,200/वर्ग फुट – रु. 11,900/वर्ग फुट के बीच हैं। 2015 और 2021 के बीच, वसई में पेश की गई 9890 यूनिट्स में से 8610 यूनिट्स बिक चुकी हैं। इसी समय के दौरान बाहरी पश्चिमी उपनगरों में कुल यूनिट्स का लगभग 31% हिस्सा नया बनाया गया है, जबकि 20% यूनिट्स बिक चुकी थीं। वसई पर एनारॉक रिपोर्ट अप्रैल 2022 से पता चलता है कि पेश की जाने वाली हर 100 यूनिट्स में से लगभग 87 यूनिट्स बेची गईं, जो 0.87 के सप्लाई अनुपात की तरफ़ अच्छी बिक्री का इशारा करती हैं। मौजूदा माहौल और माँग-आपूर्ति का गणित: पिछले कुछ सालों के दौरान, वसई के घरों का बाज़ार घर ख़रीदने की चाहत रखने वाले लोगों के दम पर एक अहम ठिकाना बनता गया है। वसई पर हाल ही में प्रस्तुत की गई एनारॉक रिपोर्ट के अनुसार, घर ख़रीदने वालों की इच्छाओं के कारण 2021 में 2 और 3 बी.एच.के. का हिस्सा 2017 में 41% से बढ़कर 50% हो गया। घर ख़रीदने वालों की पहली पसंद वसई में छोटे अपार्टमेंट से बड़े-बड़े अपार्टमेंट में बदल रही है। जबकि विला/रो हाउस की परंपरा पुराने समय से पुर्तगाली संस्कृति – गोवा के जैसी भरी-पूरी विरासत को दर्शाती है, इलाके धीरे-धीरे अपार्टमेंट्स को अपनाते जा रहे हैं जो भरपूर ज़िंदगी जीने के लिए अच्छी सुविधायें और विशेषतायें पेश करते हैं।

 बेहतरीन ज़िंदगी, कनेक्टिविटी, और सहूलियत: प्रकृति के क़रीब और अच्छी तरह से स्थापित किया गया मौजूद और बन रहा ढाँचा इस इलाक़े में रियल एस्टेट की माँग निरंतर बढ़ा रहा हैं। वसई की वायु गुणवत्ता 65 सूचकांक होने के कारण, यह मुंबई के अन्य तटीय इलाकों के मुकाबले बेहतरीन है। यह इलाका वहाँ रहने वाले लोगों के लिए सात समुद्री किनारों और बहुत सारी हरियाली की मौजूदगी के साथ एक शांत माहौल प्रदान करता है।

वसई रेल और सड़कों के ज़रिए मुंबई के प्रमुख नौकरी-पेशों वाले इलाक़ों से बहुत अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यह सड़क और सबर्बन रेलवे नेटवर्क के ज़रिए शहर के दूसरे  हिस्सों से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। बोरीवली, गोरेगाँव, अंधेरी और बी.के.सी. जैसी काम-काज की अहम जगहों तक रेल द्वारा 50 मिनट के भीतर पहुँचा जा सकता है। पश्चिमी लाइन वसई रोड रेलवे स्टेशन से होकर चर्चगेट को दहानू रोड से जोड़ती है। वसई रोड-रोहा लाइन पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे के इलाकों से होते हुए पश्चिमी लाइन, मध्य लाइन और हार्बर लाइन को जोड़ती है। सभी फ़ास्ट ट्रेनें वसई रोड रेलवे स्टेशन पर रुकती हैं। यह गुजरात से चलने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए एक जंक्शन भी है। एन.एच.-48 और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे से मुंबई शहर, ठाणे और भिवंडी के लिए सड़क का संपर्क आवागमन को आसान बना देता है।

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