ठाणे [ युनिस खान ] भगवान परशुराम जयंती पर ब्राह्मण समाज की प्रमुख संस्था ब्रह्म फाउंडेशन एवं गौड़ ब्राह्मण संस्था के संयुक्त तत्वाधान में वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से ब्राह्मण समाज के प्रबुद्धजन एवं मातृशक्ति ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस वर्चुअल मीटिंग का आरंभ भगवान परशुराम की पूजा अर्चना से शुरू हुआ एवं मध्यप्रदेश भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर ब्राह्मण समाज की प्रमुख संस्था ब्रह्म फाउंडेशन एवं गौड़ ब्राह्मण संस्था के संयुक्त तत्वाधान में वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से ब्राह्मण समाज के प्रबुद्धजन एवं मातृशक्ति ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। मीटिंग का आरंभ भगवान परशुराम की पूजा अर्चना से प्रारंभ हुआ एवं मध्यप्रदेश से राष्ट्रीय कवि श्री शशिकांत जी ने परशुराम जी पर रचित रचना का काव्य पाठ किया व शास्त्र एवं शस्त्र के अद्भुत संयोग के प्रणेता भगवान परशुराम जी के जीवनी पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात श्री वृंदावन धाम से श्रीमद् भागवत कथावाचक व स्नातन संस्कृति के राष्ट्रीय प्रचारक आचार्य श्री मृदुलकांत शास्त्री जी द्वारा इस मीटिंग में अपने आशीर्वचन प्रदान किये गए एवं वर्तमान परिस्थितियों में मानव जाति के लिए ब्रह्म समाज की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात जोधपुर राजस्थान से ज्योतिषाचार्य परम विदुषी श्रीमती सरस्वती गौड ने अपने ओजस्वी वाणी से वर्चुअल सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया की हिंदू समाज में सभी जातियों को समान रूप से सम्मान देने का कार्य ब्राह्मण समाज सदियों से करता आ रहा है। आज की विज्ञान हमारे प्राचीन ग्रंथ जो ब्राह्मणों द्वारा रचित है उनका अनुकरण कर रही है अर्थात विज्ञान ने जितनी तरक्की की है उससे कहीं अधिक जानकारी आज भी हमारे ग्रंथों में छुपी हुई है। इसके बाद एक एक करके देशभर से जुड़े सभी ब्राह्मण प्रबुद्धजनों ने अपने विचार व्यक्त किये। ब्रह्म फाउंडेशन के अध्यक्ष एड. बी एल शर्मा द्वारा फाउंडेशन के द्वारा किये जा रहे समाज उपयोगी कार्यो की जानकारी दी है।