ठाणे [ अमन न्यूज नेटवर्क [ जनता सत्ता नहीं देगी तो लोग चुने हुए जनप्रतिनिधियों को लालच देकर अपने साथ कर सत्ता ले लेंगे, भाजपा इस फॉर्मूले का इस्तेमाल कर रही है और साथ ही सत्ता पर कब्जा करने के लिए ईडी, सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस तरह की लोगों के सामने एक गंभीर तस्वीर है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने आरोप लगाते हुए उन्होंने बिलकिस बानो, केंद्रीय मशीनरी के इस्तेमाल और सरकार द्वारा अब तक किए गए वादों को पूरा नहीं करने जैसे मुद्दों पर केंद्र की भाजपा सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अगर देश में विकल्प बनना है तो सभी समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि वह प्रधान मंत्री पद की दौड़ में नहीं थे, उन्होंने कहा कि वह सत्ता की जिम्मेदारी नहीं लेंगे।
सोमवार को ठाणे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कड़े शब्दों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की। पवार ने मोदी सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद से किए गए वादों के पूरा नहीं करने के आंकड़े पेश किए। सत्तारूढ़ दल ने 2024 के चुनावों में अच्छे दिनों की घोषणा की है। कहा गया था कि कीमतों में कमी आएगी। उसके बाद उन्होंने कहा कि नागरिकों को अच्छे दिन नहीं दिए गए। बाद के चुनावों में अच्छे दिनों को भुला दिया गया ।
अब 2024 में 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का दावा किया जा रहा है । उन्होंने ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सुविधा, हर घर में शौचालय, पीने के पानी की आपूर्ति, 24 घंटे बिजली की आपूर्ति के आंकड़े पेश किए, लेकिन यह नहीं देखा कि 100 फीसदी वादे पूरे हुए। आज देश और राज्य की चाबी रखने वाले सब एक मन के हैं। वे लोगों को कुछ भरोसा दिलाने में अपनी भूमिका नहीं देखते। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा लोगों में भ्रम पैदा कर रही है।
कर्नाटक में बीजेपी की सरकार नहीं आई वहां कुछ लोग टूट गए। महाराष्ट्र में, शिवसेना के एक हिस्से को तोड़कर उद्धव ठाकरे की सरकार को हटा दिया गया। मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार को गिराकर सरकार बनायीं गयी। पवार ने यह भी कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि देश में, राज्य में पार्टी को मौका मिलेगा। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना में बीजेपी की सरकार नहीं है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं थी। ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार नहीं है।
अगर उन्हें लोकतांत्रिक तरीकों से सत्ता नहीं मिलती है, तो वे लोगों को तोड़ने की कोशिश करते हैं, ईडी का इस्तेमाल करते हैं और उसके माध्यम से सत्ता हासिल करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राकांपा विधायक डा जितेंद्र ने महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान राज्य में जिस तरह से काम किया, वह पार्टी और जनहित के लिए काफी अनुकूल है।
महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पूरा देश जानता है कि गुजरात में बिलकिस बानो को प्रताड़ित किया गया था। उनके साथ बलात्कार किया, उनके बच्चों सहित उनके रिश्तेदारों को मार डाला। सत्र न्यायालय और उच्चतम न्यायालय ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इसके बावजूद गुजरात की बीजेपी सरकार ने फैसला लेते हुए उन्हें सभी आरोपियों को रिहा कर दिया। उन्हें न केवल रिहा किया गया, बल्कि सार्वजनिक रूप से सम्मानित भी किया गया। यह देखकर मुझे हैरानी होती थी। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में महिलाओं को सम्मान देने को लेकर अपना रुख पेश किया। वे जिस राज्य से आते हैं उसी राज्य में उनकी अपनी सरकार ने अदालत की सजा के बावजूद आरोपियों को बरी कर दिया। पवार ने प्रधानमंत्री को चुनौती दी है कि लाल किले के भाषण में महिलाओं की गरिमा की भूमिका को पेश किया, जिसका सबूत गुजरात के फैसले से सामने आया है।
2014 के चुनाव में विपक्षी दल के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में आपका नाम सामने आने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, मैं अभी 82 साल का हूं। 82 साल की उम्र में मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने, मैं उस रास्ते पर नहीं चलना चाहता। इसलिए अब वह सत्ता की जिम्मेदारी नहीं लेंगे। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को इस देश के सामने आने वाले मुद्दों और आम लोगों की समस्याओं को हल करने में योगदान देना चाहिए।