मुंबई [ युनिस खान ] अयोध्या मस्जिद विवाद के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम समुदाय को 5 एकड़ जमीन धन्नीपुर में दी थी, लेकिन आज तक मस्जिद निर्माण के लिए कोई पहल नहीं की गई। लेकिन अयोध्या में अब जल्द ही मस्जिद निर्माण का काम शुरू होगा। इस जमीन पर बनने वाली मस्जिद का नाम मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्लाह होगा। इस जमीन पर अस्पताल और स्कूल कालेज भी बनेगा। इसकी पहल बीजेपी नेता हाजी अरफात शेख ने की है।
मुंबई के बांद्रा पश्चिम रंगशारदा हाल में गुरूवार को हुई। जिसका आयोजन मुफ़्ती हुजैफा ने किया था। बैठक यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जफर अहमद फारूकी की मौजूदगी में बैठक हुई जिसमें मौलाना अब्दुल्ला इब्न अलकमर अलहुसैनी , हाफिज अब्दुल रब मदनी समेत देश के धार्मिक विद्वान बुद्धिजीवी , डाक्टर और प्रतिष्ठित लोग मौजूद थे। बीजेपी नेता हाजी अरफात शेख ने मस्जिद की तस्बीर जारी करने के बाद जफ़र अहमद फारुकी के हाथों मुंबई से पहली ईंट भेजी। धन्नीपुर में सरकार की तरफ से दी गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद के साथ अस्पताल, और स्कूल कालेज बनेगा उसका नाम मुहम्मद बिन अब्दुल्लाह रखा गया है। मस्जिद तीन मंजिल की होगी और पांच गुंबद होंगे।
नवंबर 2019 सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से धन्नीपुर गाँव में 5 एकड़ जमीन मस्जिद के लिए आवंटित की गयी है। यह धन्नीपुर मस्जिद स्थल सदियों पुरानी बाबरी मस्जिद से करीब 22 किमी दुरी पर है। भारत की सबसे बड़ी मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्लाह में 5 हजार पुरुष और 4 हजार महिला समेत कुल 9 हजार लोग एक साथ नमाज अदा कर सकेंगे।
हाजी अरफात शेख ने कहा कि आज मैं अपनी तरफ से पहली ईंट पेश कर रहा हूँ। अल्लाह ने मुझे 25 करोड़ मुसलामानों में से इसके लिए चुना है। ईंट मुंबई के कई सूफी दरगाह से होकर अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर ले जायेंगे। वहां से लखनऊ होते हुए अयोध्या के धन्नीपुर गाँव जाकर मस्जिद की बुनियाद रखेंगे। उन्होंने कहा है कि उक्त जमीन के आसपास अपने संसाधनों से अतिरिक्त जमीन खरीदकर चिकित्सा , शिक्षा व सामाजिक सुविधाएं विकसित करने के लिए अतिरिक्त जमीन खरीदने की योजना है।