ठाणे [ युनिस खान ] नाका मजदूरों के लिए शेड व पीने के पानी की व्यवस्था कराने की बहुजन असंगठित मजदूर यूनियन ने मनपा से मांग किया है। यूनियन ने कहा है कि नाका पर खड़े रहकर रोजी रोटी का जुगाड़ करने वाले मजदूरों को कुछ बिल्डरों व दूकान मालिकों की ओर से हटाने का प्रयास किया जाता है। करीब 30 – 40 वर्षों से नाके पर खड़े रहकर रोजी रोटी का जुगाड़ करने वाले मजदूरों को सुरक्षा देने की मांग की गयी है।
यूनियन के महासचिव चंद्रभान आजाद ने महापौर नरेश म्हस्के को निवेदन देकर नाका मजदूरों को धुप व बरसात से बचने के लिए शेड व पीने के पानी के साथ ही उन्हें नाका पर रहकर रोजी रोटी का जुगाड़ करने के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की मांग किया है। उनका कहना है की शहर के हरिनिवास सर्कल समेत शहर के अनेक प्रमुख नाकों पर दिहाड़ी , मजदूर , कारपेंटर , प्लंबर , निर्माण कार्य मजदूर खड़े रहते है। कोरोना संक्रमण के लाक डाउन के चलते बड़ी संख्या में मजदूर अपने गाँव चले गए थे। लाक डाउन शिथिल होने के बाद मजदूरों की कमी की समस्या से विकास कार्य प्रभावित होने लगा था। अब मजदूर आ गए है तो उन्हें नाकों से हटाने की कोशिस की जा रही है। यूनियन के महासचिव आजाद ने कहा है कि नाका मजदूरों की शहर के विकास में श्रम लगता है। उनकी समस्याओं पर विचार करते हुए मनपा की ओर से शेड , पीने का पानी और सुरक्षा मुहैया कराया जाए। महापौर म्हस्के को निवेदन देने के समय मनोज यादव ,सुरेश सरोज , अरविन्द सरोज , धर्मेन्द्र गंगादीन सरोज आदि उपस्थित थे। महापौर म्हस्के ने सकारात्मक सहयोग करने का आश्वासन दिया है।