ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना का टीका लेने के मुद्दे पर महापौर नरेश म्हस्के व एमएलसी रविन्द्र फाटक और उनके पुत्र को घेरे में लेते हुए मनपा में भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे ने केन्द्रीय आरोग्य मंत्री डा हर्षवर्धन से जांच की मांग किया है। उन्होंने कहा है कि यह लोग किस फ्रंटलाईन वर्कर की श्रेणी में आते हैं। भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे ने कहा है कि मनपा के विशेष कोविड अस्पताल में महापौर म्हस्के , एमएलसी फाटक व उनके पुत्र ने अपने अधिकार का उपयोग कर अनधिकृत तरीके से कोरोना का टीका लिया है।
सामान्य नागरिक को कोरोना का टीका अभी तक नहीं मिला रहा है सिर्फ फ्रंटलाईन वर्कर और कोरोना संक्रमण रोकने में लगे आरोग्य सेवा , मनपा , पुलिस को टीका दिया जा रहा है। सत्ताधारी पक्ष दोनों नेताओं के टीका लेने का मुद्दा उठाने के बाद तीखी प्रतिक्रिया आने पर भाजपा गटनेता डुंबरे ने केन्द्रीय आरोग्य मंत्री से जांच कराने की मांग किया है। महापौर म्हस्के का कहना है कि उन्होंने कोरोना टीका पर अटकलों को ख़ारिज करने लोगों का विश्वास बढ़ाने के लिए टीका लिया है। भाजपा गटनेता डुंबरे ने कहा है कि केंद्र सरकार इ आरोग्य सेवा के कर्मचारी व फ्रंटलाईन वर्कर्स को टीका देने का निर्णय लिया है। जिसके अनुसार पंजीकरण शुरू है। लेकिन अभी तक किसी भी जनप्रतिनिधि को इसमें शामिल नहीं किया गया है। इसके बावजूद महापौर म्हस्के , एमएलसी फाटक , उनके पुत्र ने टीका का पहला डोज ले लिया है। दोनों का कोरोना टीका का पहला डोज लेना नियम के विपरीत बताया गया है। महापौर म्हस्के ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पहले कोरोना का टीका जनप्रतिनिधियों को देने की मांग किया था। जिसकी मंजूरी मिलने के पहले ही दोनों जनप्रतिनिधियों ने अधिकारीयों पर दबाव डालकर पहला डोज ले लिया है। भाजपा गटनेता डुंबरे ने ठाणे में कोरोना डोज में भारी गड़बड़ी किये जाने की आशंका व्यक्त करते हुए केन्द्रीय आरोग्य मंत्री डा हर्षवर्धन को पत्र भेजकर जांच कराने की मांग की है।