नवी मुंबई [ युनिस खान ] नवी मुंबई में आमतौर पर नवंबर और दिसंबर में सर्दियों के महीनों के दौरान इस क्षेत्र में हर साल बड़ी संख्या में फ्लेमिंगो आते हैं। टी एस चाणक्य (भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय) नेरुल, और एनआरआई परिसर के पीछे, सेक्टर-56, सीवुड्स, नेरुल एक विस्तृत समुद्री खाड़ी (वन क्षेत्र) है।जिसमें उनका निवास स्थान आमतौर पर 3 से 4 महीने का होता है। इन पक्षियों के कारण नवी मुंबई शहर ‘फ्लेमिंगो सिटी’ के नाम से जाना जाता है।
कुछ पर्यावरणविदों ने चिंता व्यक्त की है कि ज्वार के पानी के प्राकृतिक प्रवाह में बदलाव से ज्वार के पानी के प्राकृतिक प्रवाह को खतरा हो सकता है, क्योंकि कुछ लोगों ने खाड़ी के प्राकृतिक क्षेत्र में बांध बनाए हैं। इसके साथ कुछ अखबारों में इसकी खबर भी आई है।
मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर से पर्यावरणविदों ने इस मुद्दे पर ध्यान देने का अनुरोध किया है। जिसके बाद मनपा आयुक्त बांगर ने ठाणे के संभागीय वनाधिकारी को पत्र लिखकर अपने विभाग के माध्यम से फ्लेमिंगो के आवास को सुरक्षित बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके बारे में मनपा उपायुक्त प्रशासन एवं परिमंडल 1 दादासाहेब चाबुकस्वर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
ठंड के मौसम में दूर देशों से नवी मुंबई में आने वाले फ्लेमिंगो पक्षी एक विशिष्ट पक्षी हैं जो नवी मुंबई की जैव विविधता में महत्वपूर्ण वृद्धि करते हैं। फ्लेमिंगो का झुंड एक हरे वातावरण में एक गुलाबी चादर की तरह दिखता है जो एक आर्द्रभूमि के नीले पानी पर होता है जो आकाश को दर्शाता है। इसलिए, न केवल पक्षी प्रेमी बल्कि आम नागरिक भी दूर-दराज के शहरों से फ्लेमिंगो के दर्शन करने के लिए नवी मुंबई आते हैं। इसी क्रम में मनपा आयुक्त बांगर ने वन विभाग को उनकी सुरक्षा व सुविधा के मद्देनजर उपाय योजना करने के लिए निर्देश दिया है।
कुछ पर्यावरणविदों ने चिंता व्यक्त की है कि ज्वार के पानी के प्राकृतिक प्रवाह में बदलाव से ज्वार के पानी के प्राकृतिक प्रवाह को खतरा हो सकता है, क्योंकि कुछ लोगों ने खाड़ी के प्राकृतिक क्षेत्र में बांध बनाए हैं। इसके साथ कुछ अखबारों में इसकी खबर भी आई है।
मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर से पर्यावरणविदों ने इस मुद्दे पर ध्यान देने का अनुरोध किया है। जिसके बाद मनपा आयुक्त बांगर ने ठाणे के संभागीय वनाधिकारी को पत्र लिखकर अपने विभाग के माध्यम से फ्लेमिंगो के आवास को सुरक्षित बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके बारे में मनपा उपायुक्त प्रशासन एवं परिमंडल 1 दादासाहेब चाबुकस्वर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
ठंड के मौसम में दूर देशों से नवी मुंबई में आने वाले फ्लेमिंगो पक्षी एक विशिष्ट पक्षी हैं जो नवी मुंबई की जैव विविधता में महत्वपूर्ण वृद्धि करते हैं। फ्लेमिंगो का झुंड एक हरे वातावरण में एक गुलाबी चादर की तरह दिखता है जो एक आर्द्रभूमि के नीले पानी पर होता है जो आकाश को दर्शाता है। इसलिए, न केवल पक्षी प्रेमी बल्कि आम नागरिक भी दूर-दराज के शहरों से फ्लेमिंगो के दर्शन करने के लिए नवी मुंबई आते हैं। इसी क्रम में मनपा आयुक्त बांगर ने वन विभाग को उनकी सुरक्षा व सुविधा के मद्देनजर उपाय योजना करने के लिए निर्देश दिया है।