



ठाणे [ युनिस खान ] फर्जी डॉक्टरों पर अंकुश लगाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में सरकारी चिकित्सकों के नामों की सूची प्रदर्शित की जाए। उप समाहर्ता सामान्य प्रशासन गोपीनाथ ठोंबरे ने आज यहां कहा कि अधिकृत चिकित्सकों के नाम प्रत्येक ग्राम सभा में सूचना दी जाए।
ठोंबरे की अध्यक्षता में जिला स्तरीय फर्जी चिकित्सक अनुसंधान समीक्षा समिति की बैठक हुई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा गंगाधर परगे, पुलिस उपाधीक्षक मुंगेकर, अपर जिला स्वास्थ्य अधिकारी संतोषी शिंदे, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग, पुलिस, तालुका स्वास्थ्य अधिकारी, संबंधित तालुका के तहसीलदार, समूह विकास अधिकारी उपस्थित थे।
मुरबाड तालुका में फर्जी डॉक्टर की घटना की पृष्ठभूमि पर हुई बैठक में उप जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीण , आदिवासी क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी जनजागरण करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर दिया जाना चाहिए और उन्हें यह जानकारी स्थानीय भाषा में दी जानी चाहिए।
गांव में आयोजित ग्राम सभाओं में गांव में सरकारी चिकित्सा पेशे के चिकित्सकों की सूची लगायी जानी चाहिए ताकि ग्रामीणों को जानकारी मिल सके। उन्होंने तालुका के स्वास्थ्य अधिकारी हर महीने तालुका की स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा करने और जिला स्तरीय समिति की बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, भिवंडी तालुका में जिले में सबसे ज्यादा 11 फर्जी डॉक्टर हैं, जबकि कल्याण और मुरबाड तालुकों में एक-एक मामला आया है।