मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] कमिंस इंडिया लिमिटेड (NSE: CUMMINSIND and BSE: 500480) कमिंस इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के निदेशक मंडल ने आज हुयी अपनी बैठक सितंबर 30, 2022 को समाप्त अवधि एवं तिमाही के अनआडिटेड वित्तीय परिणामों की समीक्षा की और उसे मंजूरी दी।
प्रदर्शन के मुख्य बिंदु (एकल वित्तीय परिणामों के आधार पर), सितंबर 30, 2022 को समाप्त अवधि एवं तिमाही के लिए:
- इस तिमाही कुल बिक्री 1922 करोड़ रुपये रही जो बीते वर्ष की अवधि के सापेक्ष 14 फीसदी व पिछली तिमाही के सापेक्ष 16 फीसदी अधिक रही
- घरेलू बाजारों में बिक्री 1391 करोड़ रुपये रही जो बीते वर्ष इसी अवधि के सापेक्ष 11 फीसदी और पिछली तिमाही के सापेक्ष 19 फीसदी अधिक रही
- निर्यात बिक्री 531 करोड़ रुपये रही जो बीते वर्ष की इसी अवधि के सापेक्ष 21 फीसदी अधिक और पिछली तिमाही की तुलना में 9 फीसदी अधिक रही
- असाधारण आयटमों व कर पूर्व लाभ 336 करोड़ रुपये रहा जो बीते वर्ष की इसी अवधि के सापेक्ष 15 फीसदी व पिछली तिमाही की तुलना में 21 फीसदी अधिक रहा
- कर पूर्व लाभ 336 करोड़ रुपये रहा जो बी वर्ष इसी अवधि के सापेक्ष 15 फीसदी और पिछली तिमाही की तुलना में 27 फीसदी अधिक रहा
कमिंस इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अश्वथ राम ने कहा:
हमारी घरेलू, निर्यात व अंत बाजारों में सतत बनी हुयी मांग के चलते सीआईएल ने इस तिमाही रिकार्ड राजस्व अर्जित किया है। मुद्रास्फीति की विपरीत परिस्थितियों, भू-राजनैतिक कारणों आदि के बावजूद आर्थिक गतिविधियां गति को सतत बनाए हुए हैं। ठोस कर संग्रह, कमोडिटीज के दाम में नरमी, ढांचागत विकास पर जोर और अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण के सतत प्रयास हमारे उत्पादों व सेवाओं के लिए शुभ रहे हैं। हालांकि सप्लाई चेन की दिक्कते जारी है पर हम वैश्विक एकीकृत सप्लाई चेन का हिस्सा होने के चलते मांग को पूरा करने में सप्लाई दे पाने में सफल रहे हैं। लघु और मध्यम अवधि की मांग के प्रति हम सजगता के साथ आशान्वित हैं।
भविष्य के लिए दृष्टिकोण:
कंपनी का विश्वास है कि आने वाले समय में और मध्यम अवधि में कई अंत बाजारों में मजबूत मांग बनी रह सकती है। हम बढ़ती मुद्रास्फीति और अनुवर्ती मौद्रिक नीति के चलते बढ़ती ब्याज दरों व इसके अपने सभी अंत बाजारों के उपभोग पर पड़ने वाले असर की करीब से लगातार निगरानी कर रहे हैं। कंपनी इस तरह की अनिश्चितताओं का सामना करने की ठीक स्थिति में है क्योंकि वैश्विक सप्लाई चेन के साथ एकीकृत होने के साथ हमारी बैलेंस शीट मजबूत है और देश में हमारे पास विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर व मानव संसाधन है। बढ़ती मुद्रास्फीति और भू-राजनैतिक कारणों के चलते निश्चित आर्थिक वातावरण को देखते हुए कंपनी वित्तीय वर्ष 2023 के लिए कोई दिशा निर्देश जारी नहीं कर रही है।