




शिवसेना के विभाजन के बाद ठाणे और कल्याण लोकसभा क्षेत्र को लेकर भाजपा और शिवसेना ने सीट को लेकर अटकलें लगायी जा रही थी कि कल्याण सीट पर भाजपा दावा करेगी। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में टकराव की स्थिति बनने लगी थी। इसके बाद दोनों दलों के बीच समझौते की बात सामने आई कि कल्याण वर्तमान सांसद डा श्रीकांत एकनाथ शिंदे के पास रहेगी। भाजपा ठाणे सीट पर दावा कर रही है। ठाणे से शिवसेना युबीटी के राजन विचारे सांसद हैं और उन्हें पार्टी ने नेता पद देकर उनका कद बढ़ा दिया है। ठाणे से सांसद रहे डा संजीव गणेश नाईक की पिछले कुछ महीनों से सक्रियता बढ़ी है। ठाणे लोकसभा क्षेत्र में आने वाले नवी मुंबई में भाजपा और नाईक परिवार का बर्चस्व माना जाता है। वहीँ पांच वर्ष ठाणे से सांसद रहने के दौरान डा संजीव नाईक ने नवी मुंबई के आलावा ठाणे और मीरा भाईंदर में अपने अच्छी पकड़ बना लिया। इसके बावजूद नरेंद्र मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब वे भाजपा में हैं और ठाणे लोकसभा क्षेत्र से उनका सबसे मजबूत जनाधार माना जा रहा है।
ठाणे से वर्तमान सांसद रजन विचारे के सामने पूर्व सांसद डा संजीव नाईक के मैदान में उतरने की संभावना व्यक्त की जा रही है। डा संजीव नाईक के समर्थक भी भी इस समय सक्रीय दिखाई दे रहे है। नाईक परिवार नवी मुंबई की दोनों विधानसभा सीटें अपने रखती थी जिससे बदले हुए परिवेश में मात्र ऐरोली की एक सीट पर अपने को सीमित रखना पड़ा है। अब ठाणे की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। यदि राजन विचारे और डा संजीव नाईक ठाणे लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरते है तो मुकाबला रोचक होगा।