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रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी और एनिमल डिजिटल आइडेंटिफिकेशन सिस्टम पशुओं को देगी पहचान कार्ड

मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] अनूठे पशु पहचान पत्र प्रदान करने के लिए एनिमल डिजिटल आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (ए.डी.आई.एस.) ने भारत की प्रमुख जनरल इंश्योरेंस कंपनी, रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (आर.जी.आई.सी.एल.) के साथ साझेदारी की है। इस प्रयास से किसानों, बीमा कंपनियों और, सबसे महत्वपूर्ण तौर पर, जानवरों के भले के लिए अत्यंत लाभ प्रदान किया जाना निश्चित है।
मवेशियों और पशुधन का बीमा करने के वर्ग में इस पहल को शुरू करने पर रिलायंस जनरल इंश्योरेंस को गर्व है। पशुओं के लिए पहचान पत्र प्रदान करने हेतु की गई ए.डी.आई.एस. के साथ हमारी साझेदारी अभिनवता, पशुओं की भलाई और पशुधन उद्योग में सुधार करने के लिए हमारी मौजूदा प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री राकेश जैन ने कहा।

       पशुओं के लिए पहचान पत्र प्रदान किया जाना पशुपालन के क्षेत्र में अपने उत्तरदायित्व को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने को दर्शाता है। इन कार्डों में क्यू.आर. कोड लगे हुए हैं जिनमें नस्ल, आयु, पिछले इलाज के विवरण और उनके मालिकों के विवरण जैसी जानवरों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ होती हैं। यह अत्याधुनिक तकनीक त्वरित और सटीक पहचान किए जाने को संभव बनाती है, जिससे चोरी होने और बीमा के झूठे दावों के जोखिमों में कमी आती है। बीमा के अलावा, ये कार्ड पशुओं के स्वास्थ्य पर नज़र रखने और उसमें सुधार करने के लिए एक ज़बरदस्त साधन के तौर पर भी काम करते हैं। एक सुविधाजनक तरीके से किसान अपने पशुओं की पिछली चिकित्सा और टीकाकरण का ध्यान रख सकते हैं, जिससे समय रहते सही तरीके से देखभाल को सुनिश्चित किया जा सके। आँकड़ों पर आधारित यह तरीका अधिक स्वस्थ और बेहतर उत्पाद प्रदान करने वाले पशुधन को संभव बना सकता है।
पशुओं पर नज़र रखने और आँकड़ों का प्रबंधन करने के समाधान प्रदान करने वाली एक विश्वसनीय कंपनी, ए.डी.आई.एस. ने एक सुरक्षित डेटाबेस तैयार किया है जो पशुओं के बारे में व्यापक जानकारी अपने अंदर रखता है, जो पशुओं के पहचान पत्र की संपूर्णता सुनिश्चित की जाती है। पशुधन के प्रबंधन को प्रोत्साहित करने और बीमा के झूठे दावों पर अंकुश लगाए जाने से, पशुओं के ये पहचान पत्र पशुधन उद्योग को स्थायित्व प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

      मवेशियों और पशुधन के लिए पशु पहचान पत्र प्रदान करने हेतु आर.जी.आई.सी.एल. और ए.डी.आई.एस. के बीच यह साझेदारी पशुपालन और कल्याण में एक बड़ी उपलब्धि है। यह अभिनवकारी दृष्टिकोण न केवल बीमा की प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित बनाता है बल्कि पशुओं के उत्तरदायित्वपूर्ण प्रबंधन और पर्यावरणीय के स्थायित्व को भी सशक्त बनाता है। इन कार्डों के होने से, हमारे कृषि उद्योग के आधार, पशुओं की सुरक्षा और देख-भाल के लिए किसान और बीमा कंपनियाँ पूर्णतः तैयार हैं।

       इसके अतिरिक्त, ए.डी.आई.एस. ऐप के ज़रिए किसान बीमा की डिजिटल प्रति प्राप्त कर सकते हैं, उनके स्वास्थ्य के पिछले विवरण को देख सकते हैं और भी बहुत से कार्य कर सकते हैं। किसानों को निःशुल्क ए.डी.आई.एस. ऐप प्रदान करते हुए आर.जी.आई.सी.एल. को प्रसन्नता हो रही है, जो कि पशुओं के बीमे और बैंकिंग प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। ए.डी.आई.एस. ऐप नियमित रूप से जानवरों से संबंधित आँकड़े प्राप्त करेगा, जानवरों की दोबारा टैगिंग करने और अपनी पसंद के प्रीमियमों में परिवर्तित होने में सहायता प्रदान करेगा। यह तरीका नज़र रखने की प्रक्रिया को काफी हद तक बेहतर बनाता है और पशुधन उद्योग में पशुओं की प्रामाणिकता को सुनिश्चित करता है।

      अभिनवता, पशुओं के कल्याण और पशुधन उद्योग को बेहतर बनाए जाने हेतु यह सयुंक्त प्रयास आर.जी.आई.सी.एल. के साथ-साथ ए.डी.आई.एस. की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अपने पशुधन के प्रबंधन और देख-भाल के तरीके को एक नया रूप देने, एक उज्जवल और अधिक स्थायित्वपूर्ण भविष्य को संभव बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

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