ठाणे [ युनिस खान ] एसआरडी की पहली इमारत सरोवर दर्शन को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी को 17 साल बाद (ओसी मिली है। सरोवर दर्शन एसआरडी परियोजना में ओसी प्राप्त करने वाला ठाणे की पहली सोसायटी बन गयी है। वरिष्ठ नगर सेवक नारायण पवार समेत कुछ रहवासियों के प्रयासों से ओसी मिलने से रहवासी ने ख़ुशी का इजहार किया है।
झोपड़पट्टी पुनर्विकास योजना (SRD) 1995 में भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार के दौरान शुरू की गई थी। उस समय पचपाखड़ी में रायगढ़ गली , कचराली तालाब के पास की झोपड़पट्टी में एसआरडी योजना लागू करने का प्रस्ताव रखा गया था। स्थानीय नगर सेवक नारायण पवार ने निवासियों को एक साथ लाया और ठाणे में पहली एसआरडी योजना लागू की। इस परियोजना में झुग्गी बस्तियों में रहने वालों के लिए 10 इमारतों का निर्माण कर उन्हें 225 वर्ग फुट के फ्लैट दिए गए। वर्ष 2003 में, निवासियों को घर मिला। हालांकि ओसी मिलने से पहले ही बिल्डर बाहर हो गया। इसी दौरान कुछ तकनीकी दिक्कतें भी आईं, मनपा की ओर से अनाधिकृत स्टांप वाले संपत्ति कर बिल आ रहे थे। रहवासियों में खलबली मच गई उस समय नगर सेवक नारायण पवार ने रहवासियों को ओसी देने का वादा किया था।
भाजपा के वरिष्ठ नगर सेवक नारायण पवार ने झोपड़पट्टी पुनर्वास प्राधिकरण के अधिकारियों से चर्चा की। तकनीकी दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया। इस कार्य में भाजपा विधायक संजय केलकर, विधायक एवं जिलाध्यक्ष निरंजन दावखरे ने भी झोपड़पट्टी पुनर्विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर त्रुटि को दूर करने का प्रयास किया। हालांकि इस दौरान कुछ असंतुष्टों ने ओसी हासिल करने की प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश की। इसके बावजूद पवार और किशोर गुंजन समेत पदाधिकारियों को ओसी मिलने में सफलता प्राप्त कर ली है। इस कार्य में उप मुख्य अभियंता नितिन पवार, कार्यकारी अभियंता राजकुमार पवार, उप अभियंता दीपक महाजन और वास्तुकार विनय पाटिल ने सहयोग किया। हालांकि नगर सेवक पवार के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने 17 साल बाद ओसी हासिल कर ली है।