



ठाणे ( युनिस खान ) विद्या प्रसारक मंडल के टीएमसी लॉ कॉलेज के पचासवें बैच का स्नातक समारोह सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अभय ओक की प्रमुख उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर ठाणे जिला न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एस.बी. अग्रवाल, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ईश्वर सूर्यवंशी, महाराष्ट्र एवं गोवा बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गजानन चव्हाण एवं सुदीप पासबोला, तथा विद्या प्रसारक मंडल के अध्यक्ष डॉ. विजय बेडेकर एवं सचिव अभय मराठे मंच पर उपस्थित थे।
समारोह के मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अभय ओक ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि कानूनी पेशा आज विश्व में सबसे अधिक मांग वाला पेशा बन गया है और इस पेशे ने अनेक प्रकार के अवसर प्रदान किए हैं। अतीत में, कानून की डिग्री पूरी करने के बाद वकील बनना ही एकमात्र उपलब्ध पेशा था, लेकिन अब कानून की डिग्री पूरी करने के बाद छात्रों के लिए अनेक अवसर उपलब्ध हैं। जैसे वकालत, न्यायपालिका में जज बनना जैसे प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट, जिला न्यायाधीश, कम्पनियों में विधिक अधिकारी के रूप में कार्य करना तथा विशेष प्रयोजनों के लिए बनाई गई अदालतों में कानून का अभ्यास करना, सरकारी वकील तथा विधि महाविद्यालयों में शिक्षक के रूप में कार्य करना आदि उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले तीन वर्षों में सर्वोच्च न्यायालय ने अंग्रेजी में दिए गए निर्णयों का भारत की प्रमुख भाषाओं में अनुवाद करने की पहल की है और आज तक हजारों न्यायिक निर्णयों का भारत की अनेक भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। इसके अलावा, पिछले 30 वर्षों से महाराष्ट्र में जिला न्यायालय तक मराठी में काम हो रहा है। अपने अनुभव साझा करते हुए न्यायमूर्ति ओक ने कानूनी पेशे में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल के बारे में भी जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि आज उपलब्ध उपकरणों ने कानून का अध्ययन करना, उस पर शोध करना, उसके अर्थ को समझना तथा कम समय में अनेक निर्णयों को समझना बहुत आसान बना दिया है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को इस टूल का उचित उपयोग करके तथा विधि का उचित अध्ययन करके अपने कानूनी पेशे में सफलता प्राप्त करने की शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या डॉ. श्रीविद्या जयकुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा समारोह का परिचय दिया। ठाणे जिला न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अग्रवाल ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत और नियमित अभ्यास से ही कानूनी पेशे में आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने छात्रों को नियमित रूप से कानून की पढ़ाई जारी रखने तथा नए न्यायिक निर्णयों को पढ़ते रहने की सलाह दी, उन्हें किसी भी परिस्थिति में अपनी पढ़ाई जारी रखने की सलाह दी तथा उनके करियर की शुरुआत के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर महाराष्ट्र एवं गोवा राज्य बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एड गजानन चव्हाण एवं एड सुदीप पासबोला ने आश्वासन दिया कि यदि विद्यार्थियों को कोई समस्या आती है तो बार एसोसिएशन उनकी मदद करेगी। संस्था के अध्यक्ष डॉ. विजय बेडेकर ने आशा व्यक्त की कि आम नागरिक के लिए कानून से संबंधित सभी पुस्तकें, जानकारी और न्यायिक निर्णय मराठी भाषा में उपलब्ध होना बहुत जरूरी है और इसके लिए विद्यार्थियों को आगे आकर कानून को मराठी भाषा में रूपांतरित कर आम नागरिक तक पहुंचाना चाहिए।
इस अवसर पर विधि महाविद्यालय के 150 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। कार्यक्रम का संचालन कृष्णा कामत ने किया तथा परिचय श्री विनोद वाघ, श्री यतिन पंडित और श्रीमती हेतल मिशेरी ने दिया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रूपाली जामोड़े ने दिया।