मुंबई , रुडकी (हरिद्वार) के विख्यात शिक्षाविद एवं समाजसेवी शख्सियत डॉ. आर्य भूषण गर्ग का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर विविध क्षेत्रों के लोगों ने शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है।
उनके पुत्र डॉ. पीयूष गर्ग ने बताया कि डॉ. आर्य भूषण जी अंग्रेजी विषय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर थे। वे आईआईटी रुड़की के सिंडीकेट और सीनेट के सदस्य थे। इनका जन्म गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में 15 दिसम्बर 1927को हुआ था। उन्हें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति द्वारा अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या फ़ैजाबाद तथा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की कार्यपरिषद का सदस्य भी नामांकित किया गया था। वो 10 से अधिक विश्वविद्यालयों सहित लोकसेवा आयोग के परीक्षक और पेपर सेटर भी रहे। वे पद्मविभूषण न्यायमूर्ति स्वर्गीय नागेन्द्र सिंह के साथ इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी ऑफ इंडिया के संस्थापक महासचिव भी थे। उन्हें अंतरराष्ट्रीय न्यायालय हेग नीदरलैंड का अध्यक्ष पद भी दिया गया था। वे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महान लेखक, शिक्षक होने के साथ ही एच एन बी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर से सम्बद्ध डॉ. नागेंद्र सिंह पीजी व्यावसायिक अध्ययन संस्थान रुढ़की के प्रबंधक भी थे। उनके निधन से शिक्षा, बौद्धिक एवं सामाजिक जगत की अपूर्णीय क्षति हुई है। उनके निधन पर गणमान्य समाजसेवियों, शिक्षाशास्त्रियों, पत्रकारों , न्यूजपेपर्स एन्ड मैगज़ीन्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अनिल कटियार, मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के महामंत्री दिनेश त्रिवेदी, मुंबई के समाजसेवी डॉ बाबूलाल सिंह, डॉ सचिन सिंह,बीरेंद्र पाठक,शिक्षा विद डॉ आर एम पाल,चंद्रवीर यादव,राजकुमार यादव,राकेश मिश्रा ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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