मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भारत सरकार के सुधारों के कार्यक्रम के साथ जुड़ने और अर्थव्यवस्था के असेवित व अल्पसेवित क्षेत्रों तक क्रेडिट के प्रवाह में सुधार लाने के लिए पंजाब नेशनल बैंक ने आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेड के साथ को-लेंडिंग अरेंजमेंट किया है। इस व्यवस्था के तहत अंतिम लाभार्थी को किफायती दरों पर पूंजी उपलब्ध हो सकेगी क्योंकि बैंक कम ब्याज लेगा और एनबीएफसी की पहुंच बड़े क्षेत्र तक होगी।
आऱबीआई के को-लेंडिंग माडल (सीएलएम) योजना के तहत, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) कर्ज के मामले में प्राथमिक स्तर पर स्रोत का काम करते हुए प्रोसेसिंग करेंगी। ठीक उसी समय पंजाब नेशनल बैंक कर्ज की अपनी हिस्सेदारी को बैक टू बैक आधार पर अपने लोन खाते में दर्ज कर लेगा। सीधे कार्यभार वाले इस ट्रांजैक्शन में एनबीएफसी कर्जधारक के कर्ज का एक हिस्सा (न्यूनतम 20 फीसदी) अपने खाते में दर्ज करेगा। इस व्यवस्था के तहत एनबीएफसी ग्राहक से सीधा कार्य व्यवहार रखेगा और कर्ज की सर्विस पूरी तय अवधि तक करेगा।
इस आशय के करार (एमओयू) पर हस्ताक्षर पंजाब नेशनल बैंक के महाप्रबंधक आलोक के गोयल ने पीएनबी के ईडी श्री स्वरुप कुमार साहा और पीएनबी के मुख्य महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार दीक्षित की मौजूदगी में किए। इस अरेंजमेंट के तहत की गयी भागीदारी से प्राथमिक क्षेत्रों में धनराशि का वितरण सार्थक तरीके से हो सकेगा।