




भिवंडी [ युनिस खान ] महाराष्ट्र सरकार सहकारिता, विपणन और वस्त्र विभाग की ओर से राज्य में पावरलूम मालिकों की समस्याओं का अध्ययन और समाधान करने के लिए वस्त्रोद्योग के क्षेत्र में विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया गया है. इस समिति में डाक्टर नुरूद्दीन निजामुद्दीन अंसारी को सदस्य नामित किया गया है.
गौरतलब हो कि भिवंडी में पावरलूम उद्योग की समस्या के संबंध में, वस्त्र उद्योग मंत्री असलम शेख की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य में पावरलूम धारकों की समस्याओं का अध्ययन करने और समाधान खोजने के लिए कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने का निर्णय लिया गया. इस निर्णय के संबंध में, आयुक्त (वस्त्र), कपड़ा आयुक्तालय, नागपुर ने राज्य सरकार को विशेषज्ञों के नामों की सिफारिश की थी.तदनुसार, सरकार राज्य में पावरलूम धारकों की समस्याओं का अध्ययन करने और समाधान खोजने के लिए कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में विशेषज्ञों की एक समिति गठित की है.इस समिति का अध्यक्ष डॉ. अब्दुल लतीफ मोहम्मद अनवर को बनाया गया है, वहीं डॉ. नूरुद्दीन निजामुद्दीन अंसारी, राशिद ताहिर मोमिन, सादिकुज्जमा सदस्य नियुक्त किए गए हैं. वहीं प्रादेशिक उपायुक्त वस्त्रोद्योग, मुंबई को कपड़ा क्षेत्रीय उपायुक्त, मुंबई सदस्य सचिव बनाया गया है.
गौरतलब हो कि भिवंडी में पावरलूम उद्योग की समस्या के संबंध में, वस्त्र उद्योग मंत्री असलम शेख की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य में पावरलूम धारकों की समस्याओं का अध्ययन करने और समाधान खोजने के लिए कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने का निर्णय लिया गया. इस निर्णय के संबंध में, आयुक्त (वस्त्र), कपड़ा आयुक्तालय, नागपुर ने राज्य सरकार को विशेषज्ञों के नामों की सिफारिश की थी.तदनुसार, सरकार राज्य में पावरलूम धारकों की समस्याओं का अध्ययन करने और समाधान खोजने के लिए कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में विशेषज्ञों की एक समिति गठित की है.इस समिति का अध्यक्ष डॉ. अब्दुल लतीफ मोहम्मद अनवर को बनाया गया है, वहीं डॉ. नूरुद्दीन निजामुद्दीन अंसारी, राशिद ताहिर मोमिन, सादिकुज्जमा सदस्य नियुक्त किए गए हैं. वहीं प्रादेशिक उपायुक्त वस्त्रोद्योग, मुंबई को कपड़ा क्षेत्रीय उपायुक्त, मुंबई सदस्य सचिव बनाया गया है.
विदित हो कि राज्य सरकार द्वारा पावरलूम उद्योग समस्या के अध्ययन के लिए पहली बार पावरलूम उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों की समिति बनाई गई है. पावरलूम मालिकों में सरकार की उक्त पहल से पावरलूम समस्या निराकरण की आस जग गई है. पावरलूम उद्योग के अच्छे दिन आने के आसार दिखाई पड़ने लगे हैं. पावरलूम उद्योग से जुड़े तमाम लोगों ने सरकार की सार्थक पहल का स्वागत किया है.