पडघा से निकला जत्था 24 दिसंबर को मुंबई में विधान भवन का करेगा घेराव
ठाणे [ युनिस खान ] राज्य में शासकीय सेवा में पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर पुरानी पेंशन संघर्ष समन्वय समिति में शामिल सैकड़ों कर्मचारी आज से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के गेट पर धरना देने के लिए पैदल मार्च करते हुए निकल पड़े हैं। पुरानी पेंशन संघर्ष समन्वय समिति के कर्मचारी विधानभवन घेरने की तैयारी में है।
गौरतलब है कि 2005 से शासकीय सेवा में भर्ती होने वाले कर्मचारियों की पेंशन सरकार द्वारा समाप्त कर दी गई है। पेंशन बंद हो जाने की वजह से सेवारत कर्मचारियों का रिटायरमेंट के बाद जीवन कठिन हो गया है। पेंशन बन्द होने के कारण परिजन भी रिटायरमेंट कर्मी का कोई ख्याल नहीं रखते जिससे रिटायरमेंट कर्मी बुढ़ापे में उपचार एवं खाने पीने के लिए भी मोहताज हो जाता है। समिति समन्वयक नितेश खांडेकर ने बताया कि 2005 से पेंशन बंद होने के उपरांत आर्थिक अभाव की वजह से करीब 4000 सरकारी सेवारत कर्मचारी की मौत होने से परिजनों के समक्ष भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं। 2005 से कर्मचारियों की पेंशन योजना बंद होने से भारी आक्रोश व्याप्त है। कर्मचारियों को न्याय दिलाने के लिए 24 दिसंबर को विधानसभा का घेराव कर सरकार को पेंशन सेवा शुरू करने पर बाध्य किया जाएगा। पुरानी पेन्शन संघर्ष समन्वय समिती में राजस्व, आरोग्य, शिक्षण सहित विविध विभागों से करीब 100 से अधिक संगठन समन्वय समिति में सहभागी होकर पड़घा से पैदल मार्च शुरू किए हैं। पडघा से आंदोलनकारियों का जत्था भिवंडी पहुंचा आज ठाणे रुककर कल मुम्बई के लिए कूच करेगा।