ठाणे [ युनिस खान ] ओमिक्रोन वायरस फैलता तेज है नुकसान अधिक नहीं करता है। यह वायरस नाक गले तक जाता है , सर्दी , सूखी खांसी आती है छः – सात दिन में ठीक हो जाता है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है घर में इसका उपचार किया जा सकता है। इस आशय की जानकारी डा सुशील इन्दोरिया ने दी है। डायबिटीक केयर सेंटर ठाणे नामक संस्था की ओर ओमिक्रोन व कोविड के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए जनजागरण अभियान शुरू किया गया है।
संस्था के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस भारत में आने से पहले हमने जनजागरण अभियान शुरू किया। आज कोरोना के बाद डेल्टा और अब ओमिक्रोन आया है। इससे बचने और उपाय के लिए हम डाक्टरों व विशेषज्ञों की मदद से लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे है। इस अवसर पर संस्था के सचिव रामकृष्णन , पूर्व उपमहापौर एड सुभाष काले , समाजसेवी के पी मिश्रा प्रमुख रूप से उपस्थित थे। मार्गदर्शन कार्यक्रम में डा इन्दोरिया ने कहा कि चीन से निकला कोरोना वायरस अभी गया नहीं है वह अलग अलग रूप में आ रहा है। वायरस पहले भी आते रहे है लेकिन कोरोना आने पर कोई तैयारी नहीं थी जिससे परेशानी हुई बहुत लोगों की जान गयी। डेल्टा वायरस फैलता कम था प्रभाव अधिक डालता था ओमिक्रोन फैलता अधिक है प्रभाव कम डालता है। ओमिक्रोन अफ्रीका में पकड़ में आया है। वायरस की दवा उपलब्ध नहीं होने से डाक्टर अपने अनुभव और ट्रायल के आधार पर उपचार करते थे मार्गदर्शन किया। फिर एक एक दवाएं आई डाक्टरों ने उसकी मदद से उपचार शुरू किया। डा इन्दोरिया ने कहा की किसी भी दवा का दुष्प्रभाव नहीं हुआ ऐसे केस आये तो उनके अलग कारन हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग वैक्सीन की दोनों डोज लिए है उन्होंने कोरोना या ओमिक्रोन हुआ तो एक दो दिन में ठीक होता है। आक्सीजन कम हो तो मल्टी बिटामिन ,हल्दी दूध ,काढ़ा लेने से यह निकल जाता है। आक्सीजन अधिक कम होने से डाक्टर से संपर्क करना जरुरी है। जांच में जो पॉजिटिव आया है वह तो पॉजीटिव है हि निगेटिव आया व्यक्ति भी पॉजीटिव हो सकता है। इसके लिए संपर्क में आये व्यक्ति को क्वारंटाइन होना चाहिए। पहले क्वारंटाइन की अवधि 14 दिन थे अब डाक्टर के लिए 5 दिन और जनरल पब्लिक के लिए 7 दिन हो गयी है। वायरस से बचने के लिए मास्क लगाना , सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोना , सेनेटायजर का उपयोग कर जरुरी है। अनावश्यक भीडभाड से बचना चाहिए। डा इन्दोरिया ने कहा कि वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव नहीं है गर्भवती , स्तंदा महिलाएं व बीमार व्यक्ति भी वैक्सीन ले सकता है।