



ठाणे [ इमरान खान ] ठाणे रेलवे स्टेशन पश्चिम के बाद पूर्व में सैटिस का कार्य शुरू है। पश्चिम और पूर्व को जोड़ने व नागरिकों को दुपहिया और चौपहिया वाहनों से आने-जाने के लिए कनेक्टिविटी की मांग सांसद राजन विकारे ने आरएलडीए के डीजीएम खोत से की। यह कार्य 2024 में शुरू होगा और 5 से 6 साल में काम पूरा होगा। इस आशय का आश्वासन रेलवे अधिकारीयों ने दिया है।
ठाणे ऐतिहासिक ठाणे रेलवे स्टेशन का करीब 170 साल बाद पुनर्विकास किया जा रहा है। उक्त पुनर्विकास रेल भूमि विकास प्राधिकरण विभाग के माध्यम से किया जायेगा। इसके लिए 983 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। ठाणे रेलवे स्टेशन में जो प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के खड़े होने के लिए पर्याप्त नहीं हैं और यात्रियों के लिए उनकी यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए स्टेशनों को हवाई अड्डे की तर्ज स्टेशन को विकसित किया जाएगा। आरएलडीए द्वारा कराए गए सर्वे में ठाणे रेलवे स्टेशन से हर घंटे 52 हजार 500 यात्रियों का आना-जाना हो रहा है। प्रतिदिन छह से सात लाख से अधिक यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है। इस सर्वेक्षण में वर्ष 2062 में 10 लाख से अधिक यात्रियों के आने-जाने को ध्यान में रखते हुए ठाणे रेलवे स्टेशन का विकास किया जाएगा।
इसके पहले चरण में प्लेटफॉर्म लेवल यात्रियों के लिए अधूरे प्लेटफॉर्म को तोड़कर कुल 25 हजार 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में विकास किया जाएगा। रूप प्लाजा स्तर 52 हजार 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में विकास होगा और यात्रियों के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं होंगी। जिसमें प्रतीक्षालय , शौचालय, एक्जीक्यूटिव लान , कैटरिंग के स्टाल की व्यवस्था होगी। दूसरी मंजिल में 3 हजार 500 वर्ग मीटर का विकास किया जाएगा और इसमें शॉपिंग सेंटर, रेस्तरां और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी।
दूसरे चरण में पश्चिम में ठाणे रेलवे स्टेशन क्षेत्र में रेलवे कॉलोनियों और अन्य कार्यालयों की जगह को पीपीपी के माध्यम से विकास किया जाएगा। इसमें 3 कमर्शियल टावर बनाए जाएंगे। बदले में रेलवे कॉलोनी में 164 हाउस मल्टीलेवल पार्किंग बनेगी। दुपहिया 1800 ,चौपहिया वाहन 1500 की पार्किंग की व्यवस्था होगी। इसकी कनेक्टिविटी मेट्रो को दी जाएगी।