




सामाजिक ,साहित्यिक एंव धार्मिक क्षेत्रों में अपने कार्यों के चलते पहचान बनाने वाले स्वर्गीय एड बी एल शर्मा की पुण्यस्मृति में 144 वर्ष में आने वाले महाकुंभ में वसंत पंचमी शाही स्नान के दिन आज श्रीमद गीता का पाठ काशी के वैदिक ब्राम्हणों द्वारा किया गया। जुना अखाड़े के वरिष्ठ महामण्डलेश्वर स्वामी श्री परेश यती जी महाराज के की विशेष उपस्थिति में हुए श्रीमद गीता पाठ के बाद आयोजित भंडारे में बड़ी संख्या में साधू संतों और श्रधालुओं ने हिस्सा लिया। विश्वशांति और जनकल्याण के लिए त्रिवेणी संगम की घारा में चिट्ठी डालकर गंगा मैया से कामना की है। कर्मयोगी स्वर्गीय एड बी शर्मा हमेशा विरोधियों की परवाह न कर सच्चाई के मार्ग पर चलकर समाज, साहित्य और राष्ट्रभाषा के प्रचार प्रसार करते रहे। आज उनकी जयंती व द्वतीय पुण्यतिथि के निमित्त प्रयागराज महाकुंभ में धार्मिक अनुष्ठान कर उन्हें श्रधांजलि देने का कार्य किया गया।
चिट्ठी के माध्यम से गंगा मैया से कामना की गयी कि एड बी एल शर्मा ने अपने जीवन में विश्व कल्याण और समाज सेवा के जो सपने देखे और उनके जो कार्य अधूरे रह गए उन्हें पूरा करने की शक्ति दो। एड बी एल शर्मा ने भगवान श्रीराम और हनुमान भक्त के रूप समाज को एक राह दिखाया और असमय चले गए। आज उनके चाहने वाले उनकी याद में आने कार्यों के माध्यम से उन्हें श्रधांजलि देने का कार्य कर रहे हैं।