ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना मरीजों के मुफ्त उपचार लिए बने ग्लोबल कोविड अस्पताल में पैसे लेकर मरीज मरीजों को भर्ती करने का मामला सामने आया है। इस घटनों को गंभीरता से लेते हुए महापौर नरेश म्हस्के ने जांच कर कार्रवाई करने का आदेश मनपा प्रशासन को दिया है। इसी के साथ उन्होंने मरीज के परिजन से मनपा के समक्ष प्रमाण प्रस्तुत करने का आवाहन किया है।
शहर के कोरोना मरीजों के उपचार के लिए मनपा की ओर से बालकुम में 1000 बेड का कोविड अस्पताल बनाया गया है। शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में बेड , दवा व आक्सीजन की कमी से मरीज के परिजन परेशान हो रहे हैं। अस्पतालों में आक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी व अधिक दर पर बाहर इंजेक्शन की कालाबाजारी से प्रशासन चिंतित है। मनपा अस्पताल में मरीज के उपचार समेत सभी सुविधाएँ मुफ्त में दी जा रही है। मनसे के ठाणे पालघर प्रमुख अविनाश जाधव ने ग्लोबल अस्पताल में फोनकर रात बारह बजे बेड की बात किया तो उन्हें बताया गया की बेड खाली नहीं है। उसी के बाद तडके तीन बजे वसई के एक मरीज को सेवनहिल अस्पताल में भर्ती गंभीर कोरोना मरीज को पैसे लेकर भर्ती किया गया। मनसे अध्यक्ष जाधव ने उक्त प्रकरण की मोबाईल रिकार्डिंग पुलिस आयुक्त को देकर जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है। मोबाईल रिकार्ड में पैसे पैसे लेने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू होने व उक्त पैसे में मंत्री से संत्री तक सबमें बांटने की बात कही गयी है। एक कोरोना मरीज को डेढ़ लाख रूपये लेकर भर्ती किये जाने से मनपा आरोग्य विभाग की एक बार फिर छवि खराब हुई है। पैसे लेकर ग्लोबल कोविड अस्पताल न मरीज को भर्ती किए जाने का मामला सामने आने पर महापौर म्हस्के ने मनपा प्रशासन को पत्र देकर जांच कर दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है।