ठाणे [ युनिस खान ] शहर में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ औसत 5 मरीजों की कोरोना से मृत्यु होने की जानकारी मनपा से मिल रही है। वहीँ स्मशान भूमि से मिले आंकड़ों को देखने से चौकाने वाली स्थिति सामने आ रही है। मृतकों के परिजनों का कहना है कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए घंटों नंबर आने की प्रतीक्षा करना पड़ रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कचरे वाली प्लास्टिक की थैलियों में लाश लपेटकर स्मशान भूमि में लाये जाने की चिंताजनक है। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए बेड , दवा उपचार के संसाधनों के अभाव को लेकर मनपा की व्यवस्था व कार्यप्रणाली पर राजनितिक दलों की और से सवाल उठाया जा रहा है। ऐसी हालात में स्मशान भूमि में आने वाले मृतकों की शवों की संख्या व उनकी स्थिति को लेकर सवाल उठाने लगे हैं। मनपा की ओर से अप्रैल माह में मरने वालों की औसत संख्या करीब 5 बताई जा रही है। वहीँ स्मशान भूमि में आने वाले शवों की संख्या अधिक होने से लोगों में संख्या छिपाने का संदेह उत्पन्न होने लगा है। लोगों का भ्रम या आशंका दूर करने के लिए कोरोना व अन्य कारणों से मरने वालों की प्रतिदिन जानकारी मुहैया करने की मांग उठने लगी है। ठाणे में छः स्मशानभूमी में विद्युत् शवदाह केंद्र हैं जिनमें कोरोना से मरने वालों का 3 विद्युत् शवदाह केंद्र में अंतिम संस्कार किया जाता है। क्रमशः जवाहर बाग़ , वागले इस्टेट , कलवा स्मशान भूमि एवं मनपा के घोषित आंकड़े इस प्रकार है।
1 एप्रिल 10 4 5 – 5
2 एप्रिल 9 3 3 – 3
3 एप्रिल 15 3 3 – 5
4 एप्रिल 8 4 3 – 5
5 एप्रिल 12 4 5 – 5
6 एप्रिल 21 6 6 – 4
7 एप्रिल 18 4 7 – 5
8 एप्रिल 19 7 6 – 7
9 एप्रिल 16 6 5 – 6
10 एप्रिल 34 7 10 – 5
11 एप्रिल 28 4 10 – 7
2 एप्रिल 9 3 3 – 3
3 एप्रिल 15 3 3 – 5
4 एप्रिल 8 4 3 – 5
5 एप्रिल 12 4 5 – 5
6 एप्रिल 21 6 6 – 4
7 एप्रिल 18 4 7 – 5
8 एप्रिल 19 7 6 – 7
9 एप्रिल 16 6 5 – 6
10 एप्रिल 34 7 10 – 5
11 एप्रिल 28 4 10 – 7