मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] विश्व कैंसर दिवस के मौके पर, भारत में पैथोलॉजी सेवाएं उपलब्ध कराने वाली चौथे सबसे बड़े समूह, न्यूबर्ग डायnग्नोस्टिक्स ने अस्पताल के शिशु-चिकित्सा वार्ड को कंबल दान किए। यह कदम समाज के पिछड़े वर्ग तक पहुंचने और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने के न्यूबर्ग के संकल्प के अनुरूप है।
इस अवसर पर श्री ए. गणेशन, ग्रुप वाइस-चेयरमैन, न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स, ने कहा, “भारत में हर साल लगभग 50,000 बच्चे कैंसर से पीड़ित होते हैं। इस दौरान ऐसे बच्चों के सामने आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए आवश्यक सहायता को ध्यान में रखते हुए न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स ने ये कंबल दान किए हैं, ताकि उन्हें सहूलियत प्रदान की जा सके तथा कैंसर का बहादुरी से सामना करने में उनका हौसला बढ़ाया जा सके। हम इन सभी बच्चों के जल्द-से-जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
डॉ. मोहन जोशी, डीन, लोकमान्य तिलक म्युनिसिपल जनरल हॉस्पिटल एंड मेडिकल कॉलेज, सायन, ने कहा, “इस शानदार पहल के लिए मैं न्यूबर्ग की टीम को तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ। कंबल वितरण की पहल और हमारे संस्थान में कैंसर से लड़ने वाले बच्चों पर इसके प्रभाव को देखना, हम सभी के लिए दिल को छू लेने वाला अनुभव था। इस तरह की सरल गतिविधियां सही मायने में बेहद कारगर और अर्थपूर्ण साबित हो सकती हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. राजेश बेंद्रे, मुख्य रोगविज्ञानी और प्रयोगशाला के प्रमुख, न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स, भी संस्थान में उपस्थित थे। कैंसर के बारे में जागरूकता तथा इसके लक्षणों के बारे में बात करते हुए, जिन पर माता-पिता को ध्यान देने की जरूरत है, उन्होंने कहा: “अलग-अलग तरह के कैंसर के लक्षण भी अलग-अलग होते हैं, लेकिन कैंसर से पीड़ित बच्चों का शारीरिक विकास थम जाता है, उनका वजन कम होता है और उन्हें भूख भी कम लगती है। बच्चों में ऐसे लक्षण नजर आने पर जांच अवश्य करवानी चाहिए।
न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स ने हैदराबाद के एम.एन.जे. कैंसर हॉस्पिटल, नोएडा के एस.एस.पी.जी.आई. हॉस्पिटल और नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इसी तरह की पहल की है।