ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे शहर के नागरिक पानी की किल्लत झेल रहे हैं और मनपा की सत्ताधारी शिवसेना टैंकर माफिया को पालपोश रही है। विधायक संजय केलकर ने स्पष्ट आरोप लगाते हुए कहा है कि न्यायालय को दिए प्रतिज्ञापत्र के अनुसार पानी उपलब्ध नहीं कराया गया है।
गोवा के दौरे से लौटने के बाद विधायक संजय केलकर ठाणे के पानी की किल्लत वाले इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं। घोडबंदर, वागले, वर्तकनगर और अन्य क्षेत्रों के नागरिकों ने उनसे पानी की कमी की समस्या की शिकायत की। पानी की किल्लत को लेकर केलकर ने सत्तारूढ़ शिवसेना की संदिग्ध भूमिका पर नाराजगी जताई है। उन्होंने खा कि ठाणे में पानी का मुद्दा शिवसेना की चिंता का विषय है। शिवसेना आवश्यक सेवाएं भी नहीं दे पाई। 2017 में, ठाणे मनपा के अधिकारियों ने एक याचिका मामले में एक हलफनामा प्रस्तुत किया था। प्रशासन ने बिल्डरों को आवश्यक सुविधाओं के साथ पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने के बाद ही अनुमति देने का वादा किया था, लेकिन एक तरफ बिल्डरों को अनुमति देते हुए जल व्यवस्था के निर्माण को टाल दिया गया। विधायक केलकर ने कहा है कि उसके द्वारा पैदा की गई पानी की समस्या के लिए सत्ताधारी शिवसेना ही जिम्मेदार है।
पानी की किल्लत को देखते हुए पानी के मीटर लगाए जा रहे हैं। मीटर खराब होने के कारण औसत उपभोक्ता को पहले से कई गुना ज्यादा बिल मिल रहे हैं। कई मकान मालिक पानी के लिए दौड़ रहे हैं। उन्हें निजी टैंकरों से लाखों रुपये प्रति माह की लागत से पानी मिल रहा है। असली मुद्दा यह है कि लोगों को पर्याप्त पानी मुहैया कराया जाए या टैंकर लॉबी को पालापोषा जाए। शिवसेना ठाणेकर को हजारों करोड़ की क्लस्टर योजनाओं के झूठे सपने दिखा रही है। पिछले कुछ चुनावों में शिवसेना ठाणेकर को बांध का आश्वासन देती रही है। शिवसेना ने आज तक इस वादे को पूरा नहीं किया और अदालत को दिए गए हलफनामे पर अमल नहीं कर रही है। इसलिए आने वाले चुनाव में ठाणेकर जनता के दरबार में शिवसेना को माफ नहीं करेंगे। केलकर ने किल्लत से जूझ रहे लाखों ठाणेकरों की ओर से इस आशय का संकेत दिया है।