ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे मनपा का छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल हमेशा कुप्रबंधन के कारण चर्चा में रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शहर जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में मेडिकल स्टोर को किराए पर देने के टेंडर वेलनेस या नोबेल जैसे ड्रग डीलरों के लाभ के लिए जारी किए गए थे।
छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल के मेडिकल लीज के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। टेंडर जमा करने के लिए केवल आठ दिन का समय दिया गया है। साथ ही साथ; जिनकी 30 मेडिकल दुकानें हैं। प्रति वर्ष 120 करोड़ रुपये का वित्तीय कारोबार करना; ऐसे सामान्य ड्रग डीलरों पर नामुमकिन शर्तें लगाई जाती हैं। इन शर्तों के तहत बड़े पूंजीपतियों को ही अस्पतालों में गरीबों को दवा बेचने की इजाजत होगी। जिसके चलते गृहनिर्माण मंत्री डा जितेंद्र आव्हाड ने बुधवार रात ट्वीट कर ठाणे मनपा प्रशासन को फटकार लगाई। आज राकांपा शहर जिला अध्यक्ष परांजपे ने इस संबंध में मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा को निवेदन देकर टेंडर प्रक्रिया को रद्द करने की मांग की है।
इसके बारे में परांजपे ने कहा कि राकांपा लगातार छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल के प्रबंधन में सुधार की मांग कर रही है। हमारी भूमिका वहां आने वाले गरीब मरीजों को बेहतर सेवाएं देना है। हालांकि, डॉक्टरों सहित कई रिक्तियां हैं। वहां का मेडिकल स्टोर भी पिछले 10 साल से बंद है। राकांपा ने जोर देकर कहा कि इसे शुरू करना चाहिए। दुर्भाग्य से इसे चालू करने के लिए जो टेंडर जारी किया गया था। नियम और शर्तें निर्धारित की गई हैं कि निविदा किसी विशेष कंपनी द्वारा भरी और प्राप्त की जानी चाहिए। पिछले तीन वर्षों का टर्नओवर 120 करोड़ होना चाहिए; ठाणे क्षेत्र में 30 दुकानें होनी चाहिए; अगर जेवी करना है तो 28 फरवरी तक होना चाहिए, ऐसी शर्तें रखी गई हैं।
इसलिए, हमारी पार्टी की स्पष्ट भूमिका है कि ठाणे में सामान्य ड्रग डीलर इस टेंडर को भरने में सक्षम होना चाहिए। इसलिए हमारा स्पष्ट आरोप है कि यह टेंडर वेलनेस या नोबेल के फायदे के लिए जारी किया गया है। ठाणे में कोई फार्मासिस्ट इस टेंडर को नहीं भर सकता। अतः आयुक्त इस निविदा प्रक्रिया को निरस्त करें। आयुक्त को ऐसा निर्णय लेना चाहिए जिससे ठाणेकर को लाभ हो।