ठाणे [ युनिस खान ] एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना के तहत शहापुर तालुका के कोठारे में आश्रम स्कूल भवन का उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने शाहपुर तालुका में लड़कियों के छात्रावास और विभिन्न विकास कार्यों के भूमि पूजन व उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि आश्रम विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में यह विश्वास पैदा करें कि हम शहरी क्षेत्रों के विद्यार्थियों से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
आदिवासी विकास मंत्री एड. के. सी. पड्वी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। केंद्रीय पंचायत राज राज्य मंत्री कपिल पाटिल, गृहनिर्माण मंत्री डा जितेंद्र आव्हाड, विधायक दौलत दरोदा, विधायक शांताराम मोरे, जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा पाटिल, परियोजना स्तरीय समीक्षा समिति की अध्यक्ष आशा मोरे, आदिवासी विकास प्रमुख सचिव अनूप कुमार यादव, आयुक्त हीरालाल सोनावणे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा भाऊसाहेब डांगडे, आदिवासी मामलों के अतिरिक्त आयुक्त महेंद्र वारभुवन, ठाणे की अतिरिक्त जिलाधिकारी वैदेही रानडे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री पवार ने कहा कि आश्रम विद्यालयों के न केवल अच्छे भवन बनाए जाएं बल्कि आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर उनका भविष्य भी साकार किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि आश्रम के स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की पारदर्शी तरीके से भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी क्षेत्रों के छात्रों को विश्व स्तरीय आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयास कर रही है। इन आश्रम विद्यालयों के छात्रों को भी गणित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विषयों के साथ दुनिया की घटनाओं को समझना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने यह भावना व्यक्त की कि शिक्षा आदिवासियों का मौलिक अधिकार है और इसे प्राप्त करना हमारी जिम्मेदारी है।
आदिवासी क्षेत्रों में कुपोषण की समस्या को कम करने के लिए स्वस्थ आहार पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि क्षेत्र के बच्चों को यह पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाए जाएंगे। शाहपुर तालुका की पानी की समस्या को हल करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जल समस्या के समाधान के लिए प्रस्तावित योजना को जलजीवन मिशन के माध्यम से मंजूरी दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शाहपुर के विकास कार्यों के लिए मिलने वाली राशि में कमी नहीं की जाएगी।