मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में से एक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा (बैंक) ने आज बैंक ऑफ़ बड़ौदा डिजिटल रुपी ऐप पर पायलट चरण के उपयोगकर्ताओं के लिए CBDC UPI QR इंटरऑपरेबिलिटी सुविधा के शुभारंभ की घोषणा की।
इस सुविधा की शुरुआत से ग्राहकों और मर्चेंट्स के बीच सहज तरीके से लेन-देन की राह आसान हो जाएगी। ग्राहकों के लिए अब बैंक ऑफ़ बड़ौदा डिजिटल रुपी ऐप का उपयोग करना बेहद सरल व सुविधाजनक हो गया है और वे मर्चेंट आउटलेट पर किसी भी UPI QR को स्कैन करके लेन-देन कर सकते हैं। मर्चेंट भी अब अपने मौजूदा QR पेमेंट एक्सेप्टेंस टर्मिनल का उपयोग करके ग्राहकों से डिजिटल रुपये [CBDC-R] के तौर पर भुगतान स्वीकार कर सकते हैं, जिसके लिए उन्हें CBDC मर्चेंट के रूप में जुड़ने की भी जरूरत नहीं है।
इस शुभारंभ के अवसर पर, बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक, श्री जयदीप दत्ता राय ने कहा, “CBDC UPI QR इंटरऑपरेबिलिटी सुविधा की शुरुआत से ग्राहकों के बीच डिजिटल रुपये [CBDCR] को अपनाने और इसके उपयोग में वृद्धि होगी, साथ ही मर्चेंट आउटलेट पर डिजिटल रुपये के ज़रिये भुगतान के लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं का दायरा भी बढ़ेगा। अब उपयोगकर्ता किसी भी UPI QR कोड को स्कैन कर सकते हैं और भुगतान करने के लिए ग्राहक अपने डिजिटल रुपी [CBDC-R] वॉलेट में मौजूद डिजिटल मुद्रा का उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह, व्यापारियों को भी सिर्फ अपना मौजूदा एकल QR कोड प्रदर्शित करना होगा, जो CBDC और UPI दोनों तरीकों से भुगतान स्वीकार कर सकते हैं। हमारा विश्वास है कि इस पहल से डिजिटल रुपी इकोसिस्टम का बड़ी तेजी से विकास हो सकेगा।”
बैंक ऑफ़ बड़ौदा डिजिटल रुपी ऐप पर देश के 26 शहरों (यानी दिल्ली, मुंबई, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद, गुवाहाटी, गंगटोक, इंदौर, भोपाल, पुणे, लखनऊ, पटना, कोच्चि, शिमला, गोवा, जयपुर, कोलकाता, चेन्नई, रांची, नागपुर, विशाखापत्तनम, वाराणसी, पांडिचेरी, और विजयवाड़ा) में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर उपयोगकर्ताओं के लिए चरणबद्ध तरीके से CBDC UPIQR इंटरऑपरेबिलिटी सुविधा की शुरुआत की गई है। प्रारंभ में एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं के लिए इसकी शुरुआत की गई है और जल्द ही यह सुविधा iOS उपयोगकर्ताओं के लिए भी उपलब्ध होगी।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा डिजिटल रुपी पहल की शुरुआत की गई है, जो देश के केंद्रीय बैंक द्वारा डिजिटल रूप में जारी की गई वैध मुद्रा है। बैंक ऑफ़ बड़ौदा इस पहल के प्रायोगिक चरण में शामिल किए गए बैंकों में से एक है। CBDC UPI QR इंटरऑपरेबिलिटी की सुविधा, दरअसल भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा पिछले साल शुरू की गई CBDC-रिटेल पायलट परियोजना का विस्तार है।