नई दिल्ली [ युनिस खान ] भारत के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख देश के अभिन्न अंग हैं और अभिन्न अंग बने रहेंगे . चीन को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है . केंद्र शासित लद्दाख और अरुणांचल प्रदेश को मान्यता नहीं देने की चीन की टिप्पणी का जावाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है कि दोनों प्रदेश भारत के अंग हैं और आगे भी रहेंगे . उन्होंने मिडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा रुख पहले से साफ़ है . केंद्र शासित जम्मू कश्मीर , लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है .उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश पर हमारा रुख स्पष्ट किया जा चूका है वह हमारा अभिन्न और आविभाज्य हिस्सा है और रहेगा .यह बात चीन को कई बार सर्वोच्च स्तर पर कई बार स्पष्ट रूप से बतायी गयी है . गौरतलब है कि सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा सीमावर्ती इलाकों में कई उड़ान पुलों के उद्घाटन किया था जिसके बाद चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान आया कि चीन भारत द्वारा अवैध रूप से स्थापित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख व अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देगा . चीन ने ह भी कहा कि भारत द्वारा सीमा पर बुनियादी विकास दोनों देशों बीच तनाव का मुख्य कारण है . विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्रीवास्तव ने पूर्वी लद्दाख सीमा पर उत्पन्न गतिरोध व दोनों देशों बीच 12 अक्टोबर को सैन्य स्तर पर हुई बातचीत को सकारात्मक बताया है . उन्होंने कि सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया जटिल है जिसमें प्रत्येक पक्ष को उनके सैनिकों को एलएसी से नियमित चौकियों पर भेजना पड़ता है . दोनों देश मतभेद को विवाद में नहीं बदलने देने के व वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव को टालने के सभी बिन्दुओं से सैनिकों की पूरी तरह वापसी के परस्पर स्वीकार्य समाधान की दिशा में काम करने व सीमा पर शान्ति बहाली के संवाद के वर्तमान माहौल को बनाये रखेंगे .