ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना काल में सेवा देने वाले डाक्टरों व कर्मचारियों का 3 माह का वेतन नहीं दिए जाने के मुद्दे पर महापौर नरेश म्हस्के ने तीखी नाराजगी व्यक्त किया है। उन्होंने कहा की आरोग्य अधिकारी डा. राजू मुरुड़कर का कामकाज सबसे ख़राब है। स्थाई समिति सभापति संजय भोईर ने आरोग्य अधिकारी डा. मुरुड़कर के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है।
बेविनर पर हुई मनपा की महासभा में आरोग्य विभाग से संबंधित प्रस्ताव आते ही पीठासीन अधिकारी व महापौर म्हस्के ने कहा कि कोरोना काल में अपनी सेवा देने वाले डाक्टरों व वार्ड ब्वाय की 3 माह का वेतन नहीं मिला। वे लेखाधिकारी के पास वेतन के लिए वहां आरोग्य अधिकारी ने फ़ाइल ही नहीं भेजा था। आरोग्य अधिकारी मुरुड़कर का बहुत ही ख़राब कामकाज रहा है। उनसे आरोग्य केंद्र की जानकारी मांगने पर आभी तक नहीं दे पाए। इन्हें अपने विभाग की कोई जानकारी नहीं रहती है। मुझे दूसरे अधिकारी से जानकारी लेना पड़ता है। मनपा आरोग्य सेवा स्थिति ख़राब करने का आरोप लगाते हुए महापौर म्हस्के ने शासन से आरोग्य अधिकारी की मांग करने के लिए कहा है। स्थाई समिति सभापति भोईर ने मनमानी काम करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग किया। मनपा में विरोधी पक्षनेता प्रमिला केनी ने कहा की एक गर्भवती महिला को वेदना होने पर कलवा की छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में गयी। अस्पताल के स्टाफ ने उसे कहा कि मेरी ड्यूटी का समय समाप्त हो गया है तुम कल आओ। इसकी शिकायत मेरे पास आने पर हमने डीन को फोनकर महिला को भर्ती करने के लिए कहा। महिला ने भर्ती होने के दुसरे दिन बच्चे को जन्म दिया। पीपीई किट के आभाव , मोटर सायकिल एम्बुलेंस , वर्तक नगर आनंदी बाई जोशी अस्पताल में स्टाफ व आप्रेशन कक्ष स्थापित करने का मुद्दा महासभा में उठा। शिवसेना गटनेता दिलीप बारटक्के ने कहा कि शहर में आवारा कुत्तों का भय फैलने लगा है। 50 – 60 लोगों को कुत्ते काट चुके हैं। वर्ष 2012 से कुत्तों की नसबंदी बंद है। आवारा कुत्तों की समस्या मेरे प्रभाग में ही नहीं पूरे शहर में है। बंदरों का भी मुद्दा यह कहते हुए उठाया गया कि लोगों को घर बाहर निकलने में दर लगने लगा है।
ReplyReply to allForward
|