मुंबई [ युनिस खान ] राज्य में 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों को कोरोना वैक्सीन को लेकर लग रही अटकलों को विराम देते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घोषणा कर दी है कि 1 मई से ही शुरुआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग लोगों की राज्य में करीब 6 करोड़ जनसँख्या है इसके लिए फर्स्ट व सेकंड टीकाकरण के लिए 12 करोड़ डोज की आवश्यकता है। वैक्सीन उत्पादक दोने कम्पनियों से अधिक से अधिक डोज के लिए प्रयास शुरू है। राज्य सरकार वैक्सीन की पूरी कीमत एक साथ चुकाने के लिए आज तैयार है।
उन्होंने कहा कि इस समय वैक्सीन का उत्पादन करने वाली दो ही कम्पनियाँ है मांग के अनुरूप उनकी वैक्सीन उत्पादन क्षमता नहीं है। जो वैक्सीन तैयार होगी उसका 50 फीसदी केंद्र सरकार और पचास फीसदी राज्य सरकारें खरीद सकती हैं इसमें भी निजी समूहों को भी वैक्सीन खरीदने की केंद्र सरकार ने अनुमति दिया है। वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार महाराष्ट्र दिवस व मजदूर दिवस के अवसर पर 1 मई से ही 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों के टीकाकरण का मुहूर्त किया जायेगा। शहरों व जिलों की जनसँख्या अनुसार उन्हें वैक्सीन उपलब्ध करायी गयी है। टीकाकरण केन्द्रों पर भीड़ जमाकर कोरोना नहीं फैलाना है। मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से वैक्सीन की संख्या बढ़ाने व 25 वर्ष तक लोगों को टीकाकरण में शामिल करने की अनुमति देने की मांग किया था। दोनों मांगों को मान लिया गया है।
पिछले वर्ष मार्ज में जब कोरोना आया उस समय राज्य में जांच प्रयोग शाळा एक मुंबई व दूसरी पुणे में थी। आज 609 प्रयोशाला व 5599 कोविड केयर सेंटर हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 42800 से बेड की संख्या बढाकर 86000 कर दी गयी है। आयसीयु बेड की संख्या जून 2020 की 11882 से बढाकर 28939 कर दी गयी है। आक्सीजन गैस की आपूर्ति की जा रही है इसके आलावा आक्सीजन के प्लांट लगाये जा रहे है। पेन की जेएसडब्ल्यू कंपनी की अस्पताल में 1000 बेड का जम्बो कोविड सेंटर व लायल स्टील वर्धा में 1000 बेड का कोविड सेंटर की सुविधा विकसित किये जाने की जानकारी मुख्यमत्री उद्धव ठाकरे ने दी है। उन्होंने बताया की राज्य में 1200 मैट्रिक टन आक्सीजन गैस का उत्पादन हो रहा है जबकि 1700 मैट्रिक टन आक्सीजन का प्रतिदिन उपयोग किया जा रहा है। इसमें केंद्र सरकार दुसरे राज्यों से 500 मैट्रिक टन आक्सीजन का कोटा निर्धारित किया है जिसे राज्य सरकार अपने खर्च से ला रही है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि 50 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रतिदिन की केंद्र सरकार से मांग करने पर 43 हजार तक बढ़ा है। लेकिन पहले 26700 इंजेक्शन दिया जा रहा था जो अब बढाकर सिर्फ 35 हजार इंजेक्शन दिया जा रहा है। राज्य सरकार उसके पैसे का भुगतान कर रही है। उन्होंने कि विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने आवश्यक न होने पर रेमडेसिविर इंजेक्शन का उपयोग न करने की सलाह दी है। हम डाक्टरों व मरीजों के परिजनों से कहना चाहते है की जरुरी होने पर ही उसका उयोग करें। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट में गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए राज्य सरकार ने राहत पॅकेज घोषणा किया जिसका वितरण शुरू है। लोगों की जान बचाना मुख्यमंत्री के नाते हमारी और अघादी सरकार की है।