ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे सेंट्रल जेल में क्रांतिकारी राघोजी भांगरे का स्मारक बनाया जाएगा। इस आशय का विचार व्यक्त करते हुए विधायक निरंजन डावखरे ने कहा कि राघोजी भांगरे ने युवाओं की भलाई के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
प्रथम क्रांतिवीर राघोजी भांगरे के 174 वें बलिदान दिवस पर अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की ओर से कोर्ट नाका स्थित क्रांतिवीर राघोजी भांगरे चौक पर माल्यार्पण कर उनको याद किया गया। इसके बाद ठाणे सेंट्रल जेल में जहाँ पर उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दिया था उस स्थान पर श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर भाजपा विधायक एवं जिला अध्यक्ष निरंजन डावखरे, विधायक संजय केलकर, पूर्व मंत्री मधुकरराव पिचड़, पूर्व नगर सेवक मनोहर डुंबरे, रामनाथ भोजने, लक्ष्मण साबले, दिलीप पाटेकर, राम चव्हाण, दत्तात्रेय सुपे आदि मौजूद थे।
इस दौरान एड डावखरे ने मांग की कि राघोजी भांगरे की वर्तमान प्रतिमा ठाणे जेल के बाहर शहर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्थापित की जानी चाहिए। साथ ही जिस स्थान पर शहीदों को फांसी दी गई थी, उसे केंद्र या राज्य सरकार से धन प्राप्त करके उसे सुव्यवस्थित किया जाना चाहिए। इस दौरान पूर्व मंत्री मधुकर पिचड़ ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिवीर राघोजी भांगरे का योगदान अमूल्य था। विधायक केलकर ने कहा कि राघोजी भांगरे द्वारा बहुत कम संसाधनों में शुरू किया गया स्वतंत्रता संग्राम असामान्य था। पिछले दो साल से कोरोना संकट के कारण राघोजी भांगरे के बलिदान दिवस की सलामी में शामिल नहीं हो पाए थे। अब कोरोना प्रतिबंध हटने से आज सलामी के लिए बड़ी संख्या में नागरिक एकत्र हुए थे।