मुंबई,स्नातक और उच्च शिक्षा के लिए देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक केएल डीम्ड–टू–बी यूनिवर्सिटी ने आंध्र प्रदेश राज्य कौशल विकास निगम (एपीएसएसडीसी) के सहयोग से प्रतिष्ठित राज्य कौशल प्रतियोगिता 2021 की मेज़बानी की है। राज्य की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता के दूसरे संस्करण का उद्घाटन श्री सज्जल रामकृष्ण रेड्डी, सरकार के सलाहकार, सार्वजनिक मामले, आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश सरकार, NSDC (राष्ट्रीय कौशल विकास निगम), APSSDC तथा APSCHE (आंध्र प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद) के कई गणमान्य व्यक्तियों के साथ विश्वविद्यालय के वड्डेश्वरम (आंध्र प्रदेश) परिसर में किया गया।
इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के विजेता आगे राष्ट्रीय स्तर के चयन में भाग लेंगे। राष्ट्रीय चैंपियन सितंबर 2022 में शंघाई, चीन में वैश्विक विश्व कौशल प्रतियोगिता में भाग लेंगे। प्रमुख कार्यक्रम युवाओं के बीच नवाचार संचालित उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक संयुक्त उद्यम है। 2-दिवसीय कार्यक्रम में रोबोटिक्स, एनिमेशन, मेक्ट्रोनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, वेब टेक्नोलॉजीज, ऑटो बॉडी रिपेयर, साइबर सुरक्षा, आदि सहित 33 से अधिक कौशल ट्रेडों में 22,512 युवाओं की भारी भागीदारी देखी गई।
केएल डीम्ड–टू–बी यूनिवर्सिटी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतियोगिताओं का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि श्री. सज्जल रामकृष्ण रेड्डी, एपी सरकार के सलाहकार ने कहा, “प्रौद्योगिकी इतनी उन्नत है, यह साल दर साल तेजी से बदल रही है और हमें अपने ज्ञान को लगातार अपडेट करने की आवश्यकता है। इन स्थितियों में पारंपरिक कौशल को भी उन्नत करने की आवश्यकता है। यही कारण है कि सरकार पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए भी कदम उठा रही है, जिससे शिक्षा प्रणाली में कौशलों को भी अहमियत दी जाएगी। हमारे मुख्यमंत्री श्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पहले से ही छात्रों के कौशल को बढ़ाने के लिए शिक्षा प्रणाली में आमूल–चूल परिवर्तन कर रहे हैं। शिक्षा के साथ–साथ प्रशिक्षण और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 25 संसदीय क्षेत्रों में कौशल विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इन राज्य कौशल प्रतियोगिताओं में 22,000 से अधिक लोगों का पंजीकरण और भाग लेना एक खुशी की बात है। राज्य स्तर पर 400 तक लोग आ चुके हैं और हमें उम्मीद है कि हमारा राज्य यहां अच्छी प्रतिभा दिखाएगा और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी अच्छा प्रतिनिधित्व करेगा। हमारा लक्ष्य यहां आने वाली कौशल प्रतियोगिताओं के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करना है और इस बार हम राज्य को विश्व स्तर पर सशक्त बनाने के लिए कदम उठाएंगे।‘’
विश्वविद्यालय का कौशल विकास प्रभाग उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देता है और एक कौशल–आधारित पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहा है, जो इसे प्रतियोगिता के लिए एक आदर्श मंच बनाता है। इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता की मेजबानी में एपीएसएसडीसी (APSSDC) के साथ इसका जुड़ाव छात्रों के जुनून को पोषित करते हुए तकनीकी कौशल को प्रोत्साहित करने का एक प्रयास इ र कोनेरू लक्ष्मण हविश, वाईस प्रेजिडेंट, केएल डीम्ड–टू–बी यूनिवर्सिटी ने कहा, “हमारा देश विशिष्ट कौशलों में प्रतिभा की कमी का सामना कर रहा है। यह भारत और दुनिया भर में एक गंभीर मुद्दा है। इंडिया स्किल्स रिपोर्ट (ISR) के आठवें संस्करण के अनुसार, वर्ष 2021 में केवल 45.9 प्रतिशत स्नातक ही रोजगार योग्य पाए गए, जो वर्ष 2020 के 46.21 प्रतिशत से कम है। दु:खद है कि भारतीय स्नातकों में से आधे भी रोज़गार करने योग्य नहीं हैं, क्योंकि इनमें आवश्यक कौशलों की कमी है। यही कारण है कि हमें अपने संसाधनों को छात्रों के कौशल को बढ़ाने के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर केंद्रित करना चाहिए। इस अंतर को दूर करने के लिए, हमें उभरते तकनीकी पेशेवरों को प्रोत्साहित करने के लिए और अधिक चैनलों की आवश्यकता है। इस तरह के आयोजन छात्रों को तकनीकी क्षेत्र में रुचि विकसित करने और उनके कौशल को निखारने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।“
इस कार्यक्रम में श्री जयकांत सिंह, सीनियर हेड, स्टेट गवर्नमेंट, सिटिज़न एंगेजमेंट, वर्ल्डस्किल्स इंडिया, कॉरपोरेट प्लानिंग यूनिट, एनएसडीसी, सुश्री जी. जया लक्ष्मी, आईएएस, प्रधान सचिव, सरकार, आईटीई एंड सी, एसडी एंड टी, रीयल टाइम गवर्नेंस, डीजी – एनएसी, प्रो के. हेमचंद्र रेड्डी, अध्यक्ष, एपीएससीएचई, श्री चल्ला मधुसूदन रेड्डी, सरकार के सलाहकार, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण विभाग, आंध्र प्रदेश सरकार, श्री कोंडुरु अजय रेड्डी, अध्यक्ष, एपीएसएसडीसी, डॉ. जी. पार्थसारथी वर्मा, उप–कुलपति, केएल डीम्ड–टू–बी यूनिवर्सिटी, श्री सज्जल रामकृष्ण रेड्डी, सरकार के सलाहकार, सार्वजनिक मामले, आंध्र प्रदेश सरकार तथा श्री एन. बंगारा राजू, प्रबंध निदेशक, एपीएसएसडीसी ने भी शिरकत की।
इस प्रतियोगिता को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जगन मोहन रेड्डी का भी ठोस समर्थन प्राप्त है, जिन्होंने वैश्विक स्पर्धाओं में राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए भारतीय प्रतिभाओं को विकसित करने की अपनी मंशा व्यक्त की।
तकनीकी प्रतिभाओं की कमी को पूरा करने में इस प्रतियोगिता की भूमिका पर टिप्पणी करते हुए, श्री कोंडुरु अजय रेड्डी, अध्यक्ष, एपीएसएसडीसी ने कहा, ‘’आंध्र प्रदेश की प्रतिभाओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए इस आयोजन की मेज़बानी करना हमारे लिए बेहद खुशी की बात है। एपीएसएसडीसी, जो कि युवाओं में कौशल विकसित करने वाली एक नोडल एजेंसी है, राज्य भर के 32 व्यवसायों में एक राज्य स्तरीय कौशल प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है। हमारा लक्ष्य एक दशक में 2 करोड़ लोगों को कौशल सिखाने का है। अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने हेतु अगले स्तर पर जाने और अन्तत: हमारे मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए छात्रों को प्रतियोगिताओं में भाग लेना होगा।‘