आगामी चुनावों में ओबीसी समाज को भाजपा समुचित टिकट देगी
ठाणे [ युनिस खान ] ओबीसी समुदाय के राजनीतिक आरक्षण के साथ विश्वासघात करने के लिए महाविकास अघाड़ी सरकार की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा विधायक व जिलाध्यक्ष निरंजन डावखरे और विधायक संजय केलकर के नेतृत्व में भाजपाइयों ने विरोध प्रदर्शन किया है। इसके बाद भाजपा नेताओं ने जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर को अपनी मांगों का ज्ञापन दिया है।
भाजपा विधायक डावखरे ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने अपने कार्यकाल के दौरान राज्य में ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण को किसी तरह प्रभावित नहीं होने दिया। महाविकास अघाड़ी सरकार ओबीसी और मराठा समुदाय की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। भाजपा ओबीसी जनता के साथ खड़ी है। डावखरे ने बताया कि आगामी चुनावों में ओबीसी समुदाय के उम्मीदवारों को समुचित टिकट दिया जाएगा। विधायक निरंजन दावखरे ने आरोप लगाया कि महाविकास अघाड़ी सरकार की ओर से इच्छाशक्ति की कमी के कारण ओबीसी समुदाय आरक्षण से वंचित हो रहा है।
विधायक केलकर ने कहा कि ओबीसी आरक्षण को लेकर महाविकास अघाड़ी सरकार पिछले छह महीने से आपस में भिड़ रही है। विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांतदादा पाटिल ने सही डेटा एकत्र करने के लिए बार-बार सुझाव दिया था। हालांकि, महाविकास अघाड़ी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और सही डेटा संग्रह में देरी हुई। इसलिए, 5 जिलों में स्थानीय निकाय चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के घोषित किए गए हैं।
ओबीसी समुदाय को लगता है कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने उनकी पीठ में छुरा घोंपा है। नतीजतन, पूरे राज्य में भाजपा द्वारा आंदोलन शुरू कर दिया गया था। उन्होंने राज्य सरकार की निंदा की। उसके बाद जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर को ज्ञापन दिया। प्रतिनिधि मंडल में भाजपा गटनेता मनोहर दुंबरे, नगर सेवक संजय वाघुले, कृष्णा पाटिल, प्रतिभा मढवी , राजेश मढवी , ओबीसी मोर्चा के शहर अध्यक्ष सचिन केदारी आदि शामिल थे।
विधायक केलकर ने कहा कि ओबीसी आरक्षण को लेकर महाविकास अघाड़ी सरकार पिछले छह महीने से आपस में भिड़ रही है। विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांतदादा पाटिल ने सही डेटा एकत्र करने के लिए बार-बार सुझाव दिया था। हालांकि, महाविकास अघाड़ी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और सही डेटा संग्रह में देरी हुई। इसलिए, 5 जिलों में स्थानीय निकाय चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के घोषित किए गए हैं।
ओबीसी समुदाय को लगता है कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने उनकी पीठ में छुरा घोंपा है। नतीजतन, पूरे राज्य में भाजपा द्वारा आंदोलन शुरू कर दिया गया था। उन्होंने राज्य सरकार की निंदा की। उसके बाद जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर को ज्ञापन दिया। प्रतिनिधि मंडल में भाजपा गटनेता मनोहर दुंबरे, नगर सेवक संजय वाघुले, कृष्णा पाटिल, प्रतिभा मढवी , राजेश मढवी , ओबीसी मोर्चा के शहर अध्यक्ष सचिन केदारी आदि शामिल थे।