ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे जिले के लिए वर्ष 2021-22 के लिए 46 हजार 300 करोड़ रुपये की वार्षिक ऋण योजना स्वीकृत की गयी है। इसमें से 18,800 करोड़ रुपये प्राथमिकता क्षेत्र के लिए और 200 करोड़ रुपये फसल ऋण के लिए दिए गए हैं। गैर-प्राथमिकता वाले क्षेत्र को 27,500 करोड़ रुपये दिए गए हैं। सभी बैंकों, समन्वयकों और सरकारी विभागों के प्रमुखों को इस वार्षिक ऋण योजना के प्रभावी कार्यान्वयन में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने इस आशय की अपील की है कि बैंक कृषि एवं अन्य विकास योजनाओं के लिए समय से ऋण उपलब्ध करायें। वार्षिक क्रेडिट योजना विधायक संजय केलकर, जिलाधिकारी नार्वेकर व अन्य गणमान्यलोगों के हाथो की गयी है।
जिलाधिकारी कार्यालय के समिति हॉल में जिला अग्रणी बैंक की बैठक जिलाधिकारी नार्वेकर की अध्यक्षता में हुई। विधायक केलकर, जिला योजना अधिकारी अमोल खंडारे, प्रमुख जिला प्रबंधक जे एन भारती, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अंकुश माने, विभिन्न बैंकों और निगमों के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे। विधायक केलकर ने कहा कि बैंकों को समाज के वंचित वर्गों को समय पर ऋण उपलब्ध कराने की जरूरत है ताकि वे ऋण योजनाओं का लाभ उठा सकें। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते समय बैंकों और विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ निगमों के बीच समन्वय की आवश्यकता होती है।
ठाणे जिले के लिए वर्ष 2021-22 के लिए 46,300 करोड़ रुपये की ऋण योजना का आज प्रकाशन किया गया। इसमें से 18,800 करोड़ रुपये प्राथमिक क्षेत्र को और 27,500 करोड़ रुपये गैर-प्राथमिक क्षेत्र को दिए गए हैं। प्राथमिक क्षेत्र के ऋण के लिए 200 करोड़ रुपये, कृषि निवेश ऋण के लिए 600 करोड़ रुपये, मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यमों के लिए 14,700 करोड़ रुपये और अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए 3300 करोड़ रुपये। इस आशय की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी नार्वेकर बैंकों से समय पर ऋण उपलब्ध कराने के प्रयास करने की अपील की है। इस दौरान निगमों द्वारा दी गई योजनाओं की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी नार्वेकर ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए बैंकों द्वारा प्रदान किए गए ऋण की भी समीक्षा की है।