भिवंडी [ युनिस खान ] भारतीय संस्कृति में पशु चेतना को बनाए रखते हुए गाय को मां की उपाधि दी जाती है।जैसे एक माँ अपने बच्चों का पालन-पोषण करती है, वैसे ही गाय अपने दूध से सभी को प्यार करती है। उसके लिए, हर किसी की तरह, बड़े और छोटे, अपने समुदाय में कामधेनु की देखभाल करें ताकि सभी के लिए दूध मिल सके। गो धर्म के लिए एक गौशाला विकसित करें।
इस संदेश को फैलाने के लिए 1 नवंबर, 2021 को सुबह 10 बजे कृष्णयानी गौराक्ष और सामाजिक संगठन की अध्यक्ष तपस्या कश्यप के मार्गदर्शन में संगठन के सभी पदाधिकारी और सदस्य एक साथ आए। भिवंडी के काशेली गांव में अमय सोहोनी के परिवार के गौशाला में गौराक्षकों ने सुहासिनी के हाथों पूजा कर पारंपरिक तरीके से दिवाली का पहला दिन मनाया। वसुबरस की पूजा कर दिवाली का पहला दिन मनाया गया। इस मौके पर मनोज गुप्ता, रितेश शिंदे, नीलेश महास्कर, उत्तम सरवैया, विक्रांत वाध, मनीषा माली सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।