मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के प्रचार, वित्तपोषण और विकास में संलग्न प्रमुख वित्तीय संस्थान, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी ) ने लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित अपने मुख्यालय में राष्ट्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम आभियान दल के फ्लैगिंग-ऑफ कार्यक्रम में भाग लिया। यह अभियान दल 5 राज्यों (दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार) में लगभग 3500 किलोमीटर की यात्रा कर रहा हैं ताकि लोगों को एमएसएमई के लिए तैयार की गई विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया जा सके। यह अभियान वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के “आजादी का अमृत महोत्सव” (एकेएएम) अभियान के हिस्से के रूप में शुरू हुआ है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में 50 एमएसएमई बैठकें आयोजित कर रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों में 25 ऐसी बैठकों के आयोजन से हजारों लोग स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित होंगे।
“आजादी का अमृत महोत्सव” (एकेएएम) अभियान के तहत एमएसएमई मंत्रालय की राष्ट्रीय एमएसएमई अभियान टीम विभिन्न राज्यों में सड़क मार्ग से यात्रा करते हुए एमएसएमई इकाइयों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में लोगों में जागरूकता फैला रही है। यह टीम दिल्ली से फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, उत्तरप्रदेश में आगरा, फिरोजाबाद, फतेहपुर, कानपुर, प्रयागराज, बनारस तथा मध्य प्रदेश के रीवा, बिहार के बक्सर, आरा, पटना, छपरा, चंपारण का सफर तय कर लखनऊ पहुंची। इसने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, संत कबीर नगर, सुल्तानपुर, कन्नौज का भी दौरा किया है।
सिडबी के उप प्रबंध निदेशक श्री वी. सत्य वेंकट राव; सिडबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ, लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल हुए और उत्तर प्रदेश के एमएसएमई मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने झंडी दिखाकर अभियान दल को आगे रवाना किया यह अभियान दल बुलंदशहर, संभल और गाजियाबाद होते हुए नई दिल्ली की ओर अपनी आगे की यात्रा के लिए लखनऊ पहुंचा था। अभियान दल के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, उत्तर प्रदेश के एमएसएमई मंत्री, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, “सरकार के सभी आर्थिक विकास संबंधी विभागों में एमएसएमई का एक विशेष स्थान है। उन्होंने उद्योग से जुड़े सभी मुद्दों को एमएसएमई के दायरे में लाने का सुझाव दिया।”
इस अवसर पर सिडबी के उप प्रबंध निदेशक श्री वी. सत्य वेंकट राव ने इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से देश के युवाओं के बीच एमएसएमई के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत के बारे में अभियान दल को बताया। श्री राव ने प्रतिभागियों को भारत सरकार (जीओआई) और सिडबी द्वारा भारत सरकार के आत्मानिर्भर अभियान के तहत दुनिया भर में कोविड-19 महामारी के दौरान एमएसएमई क्षेत्र के उत्थान की दिशा में की गई विभिन्न पहलों पर प्रकाश डालते हुए संबोधित किया।अब तक, इस अभियान दल ने यात्रा को जारी रखते हुए कई बैठकों में भाग लिया है और इस प्रक्रिया के माध्यम से हजारों लोगों को उद्यमी बनने एवं रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
सिड्बी के बारे में: 1990 में अपने गठन के बाद से सिडबी अपने एकीकृत, अभिनव और समावेशी दृष्टिकोण के माध्यम से समाज के विभिन्न स्तरों पर नागरिकों के जीवन को प्रभावित कर रहा है। सिडबी ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न ऋण और विकासात्मक उपायों के माध्यम से सूक्ष्म और लघु उद्यमियों (एमएसई) के जीवन को छुआ है, चाहे ये पारंपरिक व घरेलू छोटे उद्यमी हों; उद्यमिता पिरामिड के निम्नतम स्तर के उद्यमी हों अथवा उच्चतम स्तर के ज्ञान-आधारित उद्यमी हों। सिडबी 2.0 अपने साथ समावेशी, अभिनव और प्रभाव-उन्मुख संबद्धताओं की दृष्टि को लेकर चल रहा है। अधिक जानकारी के लिए कृपया वेबसाइट https://www.sidbi.in पर जाएँ।