ठाणे [ युनिस खान ] मनपा बजट पेश होने से पहले लीक मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेस की ओर से मनपा मुख्यालय के सामने सांकेतिक भूख हड़ताल किया गया।
सांकेतिक अनशन ठाणे शहर जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। ब्लाक अध्यक्ष राहुल पिंगले, सेवादल अध्यक्ष शेखर पाटिल, रवींद्र कोली, प्रसाद पाटिल, संदीप शिंदे, मंजूर खत्री, निशिकांत कोली, कांग्रेस प्रवक्ता गिरीश कोली, रमेश इंडिसे, मनोज दकवे, वंश वाघमारे, गोपाल सावंत, स्वप्निल कोली, ब्लाक अध्यक्ष राजू हयवती, आनंद सांगले, नीलेश पाटिल, संतोष जोशी, श्रीकांत गाडिलकर, नीलेश अहिरे, धर्मवीर मेहरोल, सुभाष ठोंबरे , नीलेश भुजबल, नीलेश शेंडकर, जनबा पाटिल, अरुण राजगुर, संजय ददाले, अमन बारातवाल, मनीषा कदम, मीनाक्षी थोरात, माधुरी रंगले, तुकाराम सुर्वे, बाबू यादव, हिंदुराव गाल्वे, दयानंद येगड़े, पदाधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर बोलते हुए विक्रांत चव्हाण ने कहा कि मना का बजट पूरी तरह से गोपनीय है और इसे किसी को तब तक नहीं दिया जा सकता जब तक इसे स्थायी समिति के समक्ष सामने पेश नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों पर कोई रोक अंकुश नहीं है। उन्होंने मांग की कि संबंधित अधिकारी और इस बजट के प्रकाशक की जांच होनी चाहिए और उसके खिलाफ चोरी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने आखिरकार प्रशासन पर प्रभाग ढांचे में भ्रष्टाचार, महिला अधिकारियों पर हमले और कोविड काल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
सांकेतिक अनशन ठाणे शहर जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। ब्लाक अध्यक्ष राहुल पिंगले, सेवादल अध्यक्ष शेखर पाटिल, रवींद्र कोली, प्रसाद पाटिल, संदीप शिंदे, मंजूर खत्री, निशिकांत कोली, कांग्रेस प्रवक्ता गिरीश कोली, रमेश इंडिसे, मनोज दकवे, वंश वाघमारे, गोपाल सावंत, स्वप्निल कोली, ब्लाक अध्यक्ष राजू हयवती, आनंद सांगले, नीलेश पाटिल, संतोष जोशी, श्रीकांत गाडिलकर, नीलेश अहिरे, धर्मवीर मेहरोल, सुभाष ठोंबरे , नीलेश भुजबल, नीलेश शेंडकर, जनबा पाटिल, अरुण राजगुर, संजय ददाले, अमन बारातवाल, मनीषा कदम, मीनाक्षी थोरात, माधुरी रंगले, तुकाराम सुर्वे, बाबू यादव, हिंदुराव गाल्वे, दयानंद येगड़े, पदाधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर बोलते हुए विक्रांत चव्हाण ने कहा कि मना का बजट पूरी तरह से गोपनीय है और इसे किसी को तब तक नहीं दिया जा सकता जब तक इसे स्थायी समिति के समक्ष सामने पेश नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों पर कोई रोक अंकुश नहीं है। उन्होंने मांग की कि संबंधित अधिकारी और इस बजट के प्रकाशक की जांच होनी चाहिए और उसके खिलाफ चोरी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने आखिरकार प्रशासन पर प्रभाग ढांचे में भ्रष्टाचार, महिला अधिकारियों पर हमले और कोविड काल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।