ठाणे [ युनिस खान ] घोड़बंदर इलाके में गंभीर पानी की समस्या को लेकर कई शिकायतों के बावजूद कोई समाधान नहीं हो रहा है और सत्ताधारी शिवसेना टैंकर माफिया को खाना खिला रही है। इस मुद्दे को लेकर विधायक संजय केलकर ने टैंकर माफिया के खिलाफ जन आंदोलन शुरू किया है और महज दो दिनों में इस आंदोलन को ढाई हजार से ज्यादा नागरिकों का समर्थन मिला है।
विधायक संजय केलकर ने कहा है की खोखले वादे कर मनपा की सत्ता में आई शिवसेना की उदासीनता के कारण घोडबंदर इलाके के नागरिकों को पानी की किल्लत का सामना करना पद रहा है। मई के महीने में पानी की भीषण किल्लत की समस्या होने की आशंका बनी हुई है। ठाणे मनपा को शहर में नए निर्माण की अनुमति तब तक नहीं देनी चाहिए जब तक कि घोड़बंदर सहित ठाणे के बाकी हिस्सों में पर्याप्त पानी की आपूर्ति न हो। केलकर ने इस मुद्दे पर मनपा आयुक्त से संपर्क किया है। विधायक केलकर ने कहा कि बड़ी परियोजनाओं का ढोल बजा रही शिवसेना के खिलाफ हम आन्दोलन तेज करेंगे।
ठाणे के घोड़बंदर क्षेत्र के निवासियों को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि ठाणे मनपा द्वारा पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की समस्या के पीछे नए निर्माण की अनुमति देना माना जा रहा है। पानी का बिल चुकाने के बावजूद पानी की किल्लत से मकान मालिकों को पानी के टैंकरों पर लाखों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। इसके खिलाफ घोड़बंदर क्षेत्र निवासी मधु नारायणन उन्नी और ठाणे शहर के भाजपा सचिव दत्ता घाडगे ने मुंबई उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुरीन उसगांवकर के माध्यम से ठाणे मनपा आयुक्त को नोटिस जारी किया था। इस कानूनी नोटिस का जवाब देते हुए मनपा की ओर से दाखिल हलफनामे को विधायक केलकर ने झूठा बताया है।
इस बीच, उन्होंने कहा है कि सामाजिक संगठनों की महत्वपूर्ण भागीदारी के साथ, घोड़बंदर क्षेत्र के लोगों के बीच टैंकर माफिया के खिलाफ आन्दोलन जोर पकड़ रहा है।