




इस गैलरी के बीच में बड़े-बड़े गड्ढे खोदे गए हैं और इस क्षेत्र में फुट ओवर ब्रिज पिलर भी बनाए जा रहे हैं. ऐसे इसलिए इस आर्ट गैलरी के विलुप्त होने की संभावना मनसे ने जताई है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के स्वप्निल महिंद्रकर ने आर्ट गैलरी को बचाने के लिए सोमवार को गड्ढे में उतर कर आंदोलन किया.
पोखरण क्रमांक एक के सड़क विस्तारीकरण के दौरान तत्कालीन आयुक्त संजीव जायसवाल ने शहर विकास विभाग के तत्कालीन प्लानर प्रमोद निंबालकर की संकल्पना पर मुंबई के काला घोडा की तर्ज पर चार साल पहले आर्ट गैलरी का निर्माण कराया था. ठाणे में कला प्रेमियों को अपनी कला को प्राथमिकता देकर अपनी कला प्रदर्शनियों को भरने का एक बड़ा अवसर प्रदान हो सके. इस आर्ट गैलरी को लगभग 40 कलात्मक चित्रों को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था. लेकिन पिछले चार सालों में मनपा के संबंधित विभाग के उदासीनता के कारण अब यह जर्जर अवस्था में पहुँच चुका है. अब मनपा के सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग के माध्यम से गैलरी में बड़े-बड़े गड्ढे खोदे गए हैं और फुटओवर ब्रिज के खंभों का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया है.
मनसे के विधि विभाग के ठाणे शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिंद्रकर ने कहा कि आर्ट गैलरी सिंघानिया स्कूल के पास फुटपाथ पर स्थापित की गई थी. लेकिन इससे फुटपाथ से आने-जाने वाले राहगीरों को कोई परेशानी नहीं हुई. इस आर्ट गैलरी में पिछले साल मनसे द्वारा ठाणे शहर के गड्ढों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. उन्होंने आम आदमी की कला को बढ़ावा देने वाली इस आर्ट गैलरी की सुरक्षा के लिए मनसे की ओर से आंदोलन कर अपना रोष व्यक्त किया. महिंद्रकर ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर महानगर पालिका ने आर्ट गैलरी को बचाने के लिए सकारात्मक कदम नहीं उठाया तो मनसे की ओर से तीव्र आंदोलन किया जाएगा. इस आंदोलन में देवेंद्र कदम, राजकुमार डोले, शेखर मोघे, तुषार पाटिल, तुषार वाघमारे, हीरा पासी, संतोष वाल्मीकि, मनीष सावंत और अन्य आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया है .