मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों में से एक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा (बैंक) ने आज अपना 115वां स्थापना दिवस मनाते हुए ‘प्लांट ए ट्री’ कार्यक्रम की शुरुआत की। अपनी तरह की पहली और अनूठी पहल के तहत, बैंक अगले तीन सालों के दौरान संवितरित प्रत्येक ऑटो या होम लोन के साथ अपने ग्राहकों की ओर से एक फलदार वृक्ष लगाएगा। इस कार्यक्रम से छोटे किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण में भी मदद मिलेगी। बैंक द्वारा तीन साल की अवधि में सात लाख वृक्ष लगाने की योजना है।
इस पर्यावरणीय, सामाजिक और सरकारी (ईएसजी) पहल के लिए, बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक गैर सरकारी संगठन, संकल्पतरु फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया है। यह फाउंडेशन ‘लोगों के लिए, लोगों के द्वारा वृक्षारोपण’ पर कार्य करता है। ग्रामीण आजीविका” पहल के तहत इस प्रोजेक्ट को क्रियान्वित करते हुए, संकल्पतरु फाउंडेशन, किसानों की भूमि की पहचान करेगा, उनकी अनुमति हासिल करेगा और किसानों की भूमि पर नि:शुल्क फलदार पौधे लगाएगा। इसके अलावा वृक्षारोपण से जुड़ी सभी गतिविधियों को अंजाम देने के साथ ही एक साल तक पौधे की देखभाल भी करेगा और जरूरत पड़ने पर दोबारा पौधे लगाएगा।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक, श्री विक्रमादित्य सिंह खीची ने कहा, “आज की दुनिया में, बढ़ते शहरीकरण के साथ, सड़कों पर अधिक कारों का उपयोग और अधिक घरों का निर्माण अपरिहार्य हो गया है। हमें पर्यावरण पर इसके हानिकारक प्रभाव से सावधान रहना होगा। बैंक ऑफ़ बड़ौदा की अनूठी वृक्षारोपण पहल हमारे कल को हरा-भरा बनाने में योगदान करने में मददगार साबित होगा, साथ ही हमारे छोटे किसानों की आय भी बढ़ाएगा। इसके अलावा, सामाजिक रूप से जिम्मेदार संगठन के रूप में, बैंक ऑफ़ बड़ौदा पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता को समृद्ध करने और प्रकृति की सुरक्षा के मुख्य उद्देश्य का सक्रिय रूप से समर्थन करता है। बैंक का ‘एक पेड़ लगाओ’ कार्यक्रम हमारे प्लानेट, हमारे किसानों और हमारे ग्राहकों सभी के लिए फायदेमंद साबित होगा।”
हर ऑटो/होम लोन के वितरण पर, ग्राहकों को एक ग्रीन ट्री प्लांटेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा जिसमें उनकी ओर से लगाए गए पेड़ का पूरा विवरण होगा। प्रत्येक वृक्ष की जियो-टैगिंग होगी जोकि ब्लॉक चेन तकनीक के उपयोग के माध्यम से सुरक्षित होगी ताकि डुप्लिकेशन से बचा जा सके। ग्राहक अपने लगाए गए पेड़ को उसकी सटीक भौगोलिक स्थिति (जियो लोकेशन) के साथ ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं और अपने नाम पर लगाए गए पौधे की फोटो भी देख सकते हैं। जियो लोकेशन संयोजन के बाद किसी भी समय भौतिक रूप से वृक्ष को व्यक्तिगत रूप से देखने जाने के लिए भी उनका स्वागत है।