मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] स्टरलाइट पावर की मुंबई ऊर्जा मार्ग ट्रांसमिशन लिमिटेड (एमयूएमएल) ने गुजरात में 400 केवी की बनासकांठा, कंसारी और वादावी ट्रांसमिशन लाइन को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। यह हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन उत्तर गुजरात के भुज पूलिंग स्टेशन से लगभग 1000 मेगावाट नवीकरण योग्य बिजली को निकालने और उसे नेशनल ग्रिड में पहुँचाने में मदद करेगी। इसके अलावा, यह ट्रांसमिशन लाइन अपने शेड्यूल से 4 महीने पहले चालू हुई है और राज्य में बिजली के संवहन की उपलब्ध क्षमता को उल्लेखनीय ढंग से बढ़ाएगी; इसे 9300 मेगावाट से बढ़ाकर 11200 मेगावाट तक पहुँचा देगी।
यह महत्वपूर्ण ट्रांसमिशन लाइन बड़ी वेस्टर्न रीजन स्ट्रेन्थनिंग स्कीम- XIX (WRSS-XIX) और नॉर्थ-ईस्टर्न रीजन स्ट्रेन्थनिंग स्कीम- IX (NERSS-IX) का हिस्सा है। यह मौजूदा 400 केवी डी/सी बनासकांठा-वेलोदा, 400 केवी एस/सी भिनमाल-जेर्दा (कंसारी) और 400 केवी एस/सी कंक्रोली जेर्दा (कनसारी) ट्रांसमिशन लाइंस के बोझ को कम करते हुए क्षेत्रीय नेटवर्क को भी आराम देगी या डिकंजेस्ट करेगी।
गुजरात राज्य हमारे देश के नवीकरण योग्य ऊर्जा सम्बंधी लक्ष्यों में उल्लेखनीय योगदान देता है। भारत की 90 जीडब्ल्यू नवीकरण योग्य क्षमता में गुजरात का योगदान लगभग 12 जीडब्ल्यू है। ऊर्जा के लिये अपने मजबूत बुनियादी ढांचे के बल पर गुजरात का लक्ष्य है 2030 तक 67 जीडब्ल्यू से ज्यादा नवीकरण योग्य ऊर्जा स्थापित करना।
स्टरलाइट पावर में इंडिया ट्रांसमिशन बिजनेस के निदेशक एवं सीईओ मनीष अग्रवाल ने कहा, “हमने गुजरात राज्य के लिये इस महत्वपूर्ण ट्रांसमिशन लाइन का समय पर निष्पादन सुनिश्चित किया और हम परियोजना निष्पादन की अपनी क्षमताएं दिखाकर खुश हैं। ज्यादा बिजली वाले केन्द्रों को कम बिजली वाले कोनों से जोड़ने में अपने महत्व के कारण ट्रांसमिशन कॉरिडोर्स हमारे देश के लिये महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा हैं। इतना ही नहीं, भारत के आरई सम्बंधी लक्ष्य के लिये संवहन परियोजनाओं की सफलता भी जरूरी है, क्योंकि यह ग्रिड से आरई को जोड़ने में महत्वपूर्ण है।‘’
स्टरलाइट पावर ने इस बड़ी अंतर-राज्यीय संवहन प्रणाली परियोजना के निष्पादन के लिये जून 2020 में एमयूएमएल सीपीवी का अधिग्रहण किया था। इस परियोजना के लिये 2070 करोड़ रूपये की पूरी डेट फंडिंग पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएफसी) ने की है।