मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) और उद्योग निदेशालय, महाराष्ट्र सरकार ने “निवेश संवर्धन, निर्यात, व्यवसाय करने में आसानी, (ईओडीबी) और एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी)” पर महाराष्ट्र राज्य के सभी 36 जिलों में जिला संगोष्ठी (कॉन्क्लेव) आयोजित करने के लिए सहयोग किया है। 18 जिलों में 2 दिवसीय मेगा संगोष्ठी (कॉन्क्लेव) और शेष में एक दिवसीय संगोष्ठी (कॉन्क्लेव) होगी।
सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, श्री सिवसुब्रमणियन रमण, आईए एंड एएस ने कहा कि ये संगोष्ठी (कॉन्क्लेव) प्रत्येक जिले की ताकत का दोहन करेंगे, नए निवेश को बढ़ावा देकर निर्यात को बढ़ावा देंगे। निवेश में वृद्धि और व्यापार में संवृद्धि से एमएसएमई इन संगोष्ठी (कॉन्क्लेव) के प्रमुख लाभार्थी होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सिडबी राज्य में एमएसएमई के विकास और एमएसएमई को ऋण के प्रवाह को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के साथ सहयोग कर रहा है। बुनियादी ढांचे के विकास, स्टार्टअप को उद्यम पूंजी और एमएसएमई की स्थिरता के लिए हरित वित्त पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
डॉ. हर्षदीप कांबले (आईएएस), प्रमुख सचिव (उद्योग और खनन) और विकास आयुक्त, उद्योग विभाग, महाराष्ट्र सरकार ने व्यक्त किया कि 19 सितंबर, 2022 से शुरू होने वाले इन संगोष्ठियों (कॉन्क्लेव) से जिले के एमएसएमई, उद्योगपति और निर्यातकों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र देश का अग्रणी औद्योगिक राज्य है, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद का 14.2% और देश के कुल निर्यात में लगभग 21% का योगदान करता है। उद्योग विभाग निवेश, निर्यात और व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं और नीतियों को लागू कर रहा है। महाराष्ट्र ने ओडीओपी पहल के सफल कार्यान्वयन के लिए भी निश्चित कदम उठाए हैं। इन संगोष्ठियों (कॉन्क्लेव) का आयोजन जिला स्तर पर और जागरूकता पैदा करने, जमीनी स्तर पर एमएसएमई पारितंत्र को बढ़ावा देने, महाराष्ट्र में अधिक निवेश आकर्षित करने और निर्यात वृद्धि को और अधिक बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।
सिडबी के अलावा, इन कॉन्क्लेवों में जिला निर्यात संवर्धन समिति, जिला उद्योग केंद्र और विदेश व्यापार महानिदेशालय, निर्यात संवर्धन परिषदों के विशेषज्ञ वक्ता की भूमिका में होंगे।