ठाणे [ युनिस खान ] राकांपा नेता व विधायक डा जितेन्द्र आव्हाड के खिलाफ भाजपा महिला नेता की शिकायत पर मुंब्रा पुलिस में विनयभंग का मामला दर्ज किये जाने से आक्रोशित पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। वहीँ वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने कहा है कि मैंने आव्हाड के खिलाफ बहुत लड़ा है लेकिन उनके ऊपर लगा यह आरोप बहुत ही गलत है। राकांपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उनके नेता के बढ़ते कद से परेशान विरोधी दल के लोग उन्हें बदनाम करने और चुनाव में लाभ उठाने के लिए साजिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि विधायक डा आव्हाड ने अपने निर्वाचन क्षेत्र कलवा मुंब्रा में कई विकास योजनाओं को मंजूरी दिलाया। जिसमें दो उड़ान पुलों का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथो रविवार को लोकार्पण किया गया। मुंब्रा वाई जंक्शन के उड़ान पुल के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री शिंदे के गाडी में बैठने के समय भीडभाड को किनारे करते हुए विधायक आव्हाड बाहर निकल रहे थे। उसी समय विनयभंग करने का आरोप लगते हुए भाजपा महिला नेता रिदा रसीद मुंब्रा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराया है। इसकी खबर मिलने और विधायक आव्हाड को गिरफ्तार करने की आशंका को लेकर राकांपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। उनका कहना है कि विरोधी दल सत्ता का दुरुपयोग कर आव्हाड का राजनीतिक कैरियर समाप्त करने की साजिश कर रहे है। दो दिन पूर्व फिल्म हर हर महादेव के मामले में गिरफ्तार किया गया और विनयभंग का आरोप लगाकर फ़साने की कोशिस की जा रही है। भादवि की धारा 354 विनयभंग के मामले में 1 से 5 वर्ष की सजा का प्रावधान है।
सामाजिक कार्यकर्ता रुता आव्हाड ने कहा है की अपने ऊपर आने वाले को किनारे करना अगर विनयभंग होता हो तो रोज बस , ट्रेन ,बाजार , रेलवे पुल जैसी भीडभाड वाली जगह में ऐसा होता रहता है तो क्या उसे विनयभंग माना जाय। एक राकांपा कार्यकर्ता ने बताया कि छठ पूजा के आयोजन के समय भी रिदा रसीद और राकांपा कार्यकर्ताओं के बीच कहा सुनी हुई थी। उस समय राकांपा के एक कार्यकर्ता ने कहा था कि तुम महिला होने का गलत फायदा उठाने की कोशिस कर रही हो। उस दौरान मनपा में पूर्व विरोधी पक्षनेता अशरफ पठान शानू ने बीच बचाव किया था। मनपा चुनाव तक राजनीतिक कारणों से शहर में विरोधियों को फसाने के लिए झूठे मामले दर्ज होने की आशंकाएं व्यक्त की जाने लगी है।