मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने आज सैनी के ग्राहकों को उपस्कर वित्त प्रदान करने के लिए सैनी हैवी इंडस्ट्री इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ साझेदारी की. साझेदारी के तहत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और सैनी ने अपने संसाधनों को एक साथ पूल करने और पारस्परिक लाभ के लिए एक दूसरे का सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की है. बैंक की व्यापक पहुँच से, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और सैनी दोनों को सैनी एक्विपमेंट के ख़रीदारों को सर्वश्रेष्ठ पेशकश में मदद मिलेगी, और एक्विपमेंट फ़ाइनेंस के तहत बैंक का पोर्टफोलियो बढ़ाया जा सकेगा.
मुंबई में श्री चन्द्र मोहन मिनोचा, मुख्य महाप्रबंधक, एमएसएमई, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और श्री धीरज कुमार पांडा, बिक्री और विपणन निदेशक, सैनी हैवी इंडस्ट्रीज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. इस अवसर पर, श्री सी. एम. मिनोचा, सीजीएम, एमएसएमई, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने बताया “हमारे मौजूदा और नए ग्राहकों के लिए उपस्कर वित्तपोषण की पहचान ‘बाज़ार नेतृत्व के लिए एक विशिष्ट उत्पाद’ के रूप में की गई है. सैनी के साथ गठजोड़ से बैंक की एक्विपमेंट फ़ाइनेंस स्कीम के तहत, सैनी हैवी इंडस्ट्री इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और यूनियन बैंक दोनों के ग्राहकों के लिए सर्वश्रेष्ठ पेशकश करने में मदद मिलेगी.
इस अवसर पर श्री धीरज पांडा ने बताया, “हमें पीएसयू बैंकों में अग्रणी माने जाने वाले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ जुड़कर हर्ष हो रहा है. एमएसएमई क्षेत्र पर अपना ध्यान केन्द्रित कर, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने हमारे मौजूदा और भावी ग्राहकों के लिए वित्तीय भार को कम किया है.” सैनी उपस्कर की स्वामित्वता के महत्व के बारे में उन्होंने बताया, “यह एक सर्वविदित तथ्य है कि सैनी उपस्कर गुणवत्ता, उत्पादकता और बहुप्रयोज्यता के लिए जाना जाता है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ जुड़ने से ब्याज दरें अब हमारे ग्राहकों को सैनी एक्विपमेंट का गौरवान्वित स्वामी बनने से नहीं रोक सकेंगी. यूनियन बैंक के साथ हमारा जुड़ाव न केवल पारस्परिक रूप से लाभकारी होगा बल्कि हमारे ग्राहकों और हितधारकों के लिए अद्भुत विकास की संभावनाओं को आगे बढ़ाने की क्षमता रखता है.