मुंबई [ युनिस खान ] राज्य में श्रमिकों के लिए अच्छी तरह से काम करने वाली योजनाओं और पहलों के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान और संचार करना आवश्यक है। उत्तर प्रदेश के श्रम और रोजगार मंत्री अनिल राजभर ने इस आशय का बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए नवोदय विद्यालय की तर्ज पर अटल आवासीय विद्यालय शुरू करने का निर्णय लिया है। औद्योगिक विकास की ओर बढ़ते समय इस बात का ध्यान देना आवश्यक है कि श्रमिकों की उपेक्षा न हो। मौजूदा समय में सभी क्षेत्रों में बिजनेस फ्रेंडली एनवायरनमेंट (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए मजदूरों की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। अन्य राज्यों और देशों में योजनाओं के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान और संचार करना आवश्यक है। मंत्री श्री राजभर ने इस अवसर पर कहा कि निर्माण श्रमिकों के लिए महाराष्ट्र सरकार की घरकुल योजना की सराहना करते हुए वे इस योजना को उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी लागू करना चाहते हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा असंगठित कामगार आयुक्तालय , श्रम आयुक्तालय, श्रम कल्याण बोर्ड, घरेलू कामगार, आम आदमी बीमा योजना, महाकल्याण क्रीड़ा प्रबोधिनी आदि की योजनाओं, पहलों एवं गतिविधियों की जानकारी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दी गयी।
श्रम विभाग के संयुक्त सचिव शशांक साठे, उप सचिव दादा साहेब खटाल, उप सचिव दीपक पोकले, श्रम कल्याण बोर्ड के आयुक्त रविराज इलवे, उपायुक्त सुनीता म्हैसकर, उत्तर प्रदेश के अपर आयुक्त श्रम मधुर सिंह, उपायुक्त शमीम अख्तर, उप निदेशक बृजेश सिंह सहित अन्य वरिष्ठ इस बैठक में अधिकारी मौजूद रहे।