ठाणे [ युनिस खान ] कोविड काल में ठाणे मनपा क्षेत्र की अस्पताल में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी हो गई थी। जिसके चलते ठाणे शहर और मुंब्रा के बिलाल, रहमानिया, बुरहानी, प्राइम अस्पतालों में कुछ कोरोना मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इसका विरोध करने के मामले मनपा में तत्कालीन विरोधी पक्षनेता अशरफ शानू पठान को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
ठाणे शहर के साथ मुंब्रा, कलवा आदि क्षेत्रों में कोविड काल में स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी सामने आ रही थी। ठाणे मनपा अस्पतालों को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने में समय ले रहा था। इस बीच मुंब्रा के बिलाल, रहमानिया, बुरहानी, प्राइम आदि अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिलने से कुछ मरीजों की मौत हो गई। कोरोना काल में आक्सीजन की कमी को देखते हुए शानू पठान ने नवी मुंबई की आक्सीजन निर्माता कंपनी में जाकर इसके लिए प्रयास भी किया था। इससे भड़के शानू पठान ने 20 अप्रैल 2021 को मनपा मुख्यालय पर खाली ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मनपा मुख्यालय के द्वार पर धरना-प्रदर्शन किया। इस मामले में बुधवार को पठान को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
शानू पठान ने बताया कि उन्हें नौपाडा पुलिस से फोन आया की आपके खिलाफ मामला दर्ज है। जिसके बारे में मैं 11 बजे सुबह नौपाडा पुलिस में गया जहाँ जमानत देकर मैं बाहर आ गया। मैंने नागरिकों की जान बचाने के लिए मैंने आक्सीजन व इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए मनपा आयुक्त कार्यालय के सामने आन्दोलन किया। मनपा ने जनहित को नजरंदाज कर मेरे खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करा दिया।
इस बीच शानू पठान के खिलाफ कार्रवाई की सूचना मिलते ही मुंब्रा से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता नौपाड़ा पुलिस थाने पहुंच गए। नौपाड़ा पुलिस थाने के बाहर काफी भीड़ जमा होने पर पुलिस ने क़ानून व सुव्यवस्था को देखते हुए उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया है।