पुणे [ अमन न्यूज नेटवर्क ] मोटर-वाहन उद्योग तथा अन्य क्षेत्रों के लिए इलेक्ट्रोमैकेनिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक स्विच और स्विचिंग सिस्टम का निर्माण करने वाली अग्रणी कंपनी, मार्कवार्ड ने आज पुणे में अपना वैश्विक अनुसंधान एवं विकास केंद्र का शुभारंभ किया। अत्याधुनिक सुविधाओं वाला यह केंद्र अपने कुशल इंजीनियरों की मदद से मोटर-वाहन उद्योग से जुड़े वैश्विक एवं स्थानीय ग्राहकों की मांगों को पूरा करने में सक्षम है। डॉ. हेराल्ड मार्कवार्ड, चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, मार्कवार्ड ग्रुप, तथा श्री विशाल नारवेकर, मैनेजिंग डायरेक्टर, मार्कवार्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने इस नए अनुसंधान एवं विकास केंद्र का उद्घाटन किया।
मार्कवार्ड के लिए भारत एक बहुत ही महत्वपूर्ण बाजार
अनुसंधान एवं विकास केंद्र के उद्घाटन के मौके पर मार्कवार्ड ग्रुप के मैनेजमेंट बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, डॉ. हैराल्ड मार्कवार्ड ने कहा, “हम मार्कवार्ड कंपनी के 97 सालों के इतिहास में पहली बार इस तरह के बेहद खास अवसर का जश्न मना रहे हैं: इससे पहले हमने कभी भी किसी भी देश में एक हफ्ते के भीतर दो बड़ी उपलब्धियां हासिल नहीं की है, क्योंकि आज हम अपने नए अनुसंधान एवं विकास केंद्र का उद्घाटन कर रहे हैं और कल हम तालेगांव में मार्कवार्ड इंडिया के उत्पादन संयंत्र का भूमि-पूजन करेंगे। मार्कवार्ड ग्रुप के लिए भारत बेहद महत्वपूर्ण बाजार है और हम यहाँ अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अत्याधुनिक सुविधाओं वाले इस केंद्र की मदद से हम भारतीय बाजार के साथ-साथ विश्व स्तर पर भी प्रतिस्पर्धा में दूसरों से आगे निकलने और अनुसंधान एवं विकास क्षमताओं को बढ़ाने में सफल रहेंगे। हम ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए अपनी सभी गतिविधियों का संचालन करते हैं, लिहाजा हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए उद्योग जगत में सबसे बेहतर उत्पादों एवं सेवाओं को विकसित करना जारी रखेंगे। भारत में हमारा निवेश देश के प्रति स्पष्ट और लंबे समय तक कायम रहने वाली प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
सैकड़ों की संख्या में नौकरियों का सृजन
उन्होंने आगे कहा, “कल हम भारत में अपनी अगली निर्माण परियोजना की शुरुआत करेंगे : तालेगांव में हम एक अत्याधुनिक संयंत्र के निर्माण में निवेश कर रहे हैं, जो वर्ष 2024 के मध्य तक बनकर तैयार हो जाएगा। 5 एकड़ से अधिक जमीन पर तैयार की जाने वाली इस परियोजना में हम प्रोडक्शन तथा इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ लॉजिस्टिक्स, प्रशिक्षण कक्ष और कर्मचारियों के लिए एक शानदार रेस्टोरेंट भी बनाएंगे। हम सैकड़ों की संख्या में लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि ग्राहकों के साथ हमारी नजदीकी बढ़ जाएगी और हम उन्हें पहले से बेहतर प्रस्तावों की पेशकश करने के साथ-साथ अपनी प्रगति को भी जारी रखेंगे।”
कंपनी ने नए अनुसंधान एवं विकास केंद्र में 100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। यह अनुसंधान एवं विकास केंद्र लगभग 300,000 वर्ग-फुट में फैला हुआ है और पुणे के हिंजेवाड़ी फेज़-3 में स्थित है। मोटर-वाहन उद्योग का अनुभव रखने वाले 450 से ज्यादा कुशल इंजीनियरों की टीम मार्कवार्ड ग्रुप के विदेशी एवं स्थानीय ग्राहकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह टीम बिजली से चलने वाले वाहनों के अलावा एंट्री एवं ऑथराइजेशन सिस्टम के लिए सॉल्यूशन साथ-साथ कारों, ट्रकों तथा ऑफ-रोड वाहनों के लिए ह्यूमन मशीन इंटरफेस विकसित करती है।
इस मौके पर श्री विशाल नारवेकर, मैनेजिंग डायरेक्टर, मार्कवार्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ने कहा, “पुणे में अपने नए अनुसंधान एवं विकास केंद्र का उद्घाटन करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। यह नई इमारत हमें भविष्य के उत्पादों के निर्माण के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करने में सक्षम बनाएगी। हमारे लिए, पुणे में हमारा यह नया अनुसंधान एवं विकास केंद्र एक नई सुविधा से कहीं अधिक मायने रखता है। सही मायने में यह मार्कवार्ड ग्रुप के भारत में दशकों के सफल विकास में एक बड़ी उपलब्धि है। हमने नए अनुसंधान एवं विकास केंद्र के साथ-साथ अत्याधुनिक सुविधाओं वाले संयंत्र में निवेश किया है, जिससे हम भारत में रोजगार के और अधिक अवसर उत्पन्न करने में सक्षम होंगे। फिलहाल हम 450 से अधिक लोगों को रोजगार दे रहे हैं और पुणे में अपने नए अनुसंधान एवं विकास केंद्र में हम दोगुने से अधिक लोगों को रोजगार देने में सक्षम होंगे।”
मार्कवार्ड इंडिया उत्पादों और सेवाओं के संदर्भ में गुणवत्ता के वैश्विक मानकों का पालन करता है, तथा कंपनी के पास ऑटोसार और मॉडल-आधारित सॉफ़्टवेयर के साथ अत्यधिक जटिल मेक्ट्रोनिक्स उत्पादों को विकसित करने की व्यापक क्षमता है, जो उच्चतम कार्यात्मक सुरक्षा और उन्नत साइबर सुरक्षा मानकों की कसौटी पर खरे उतरते हैं। भारत के अलावा, कंपनी के अनुसंधान एवं विकास केंद्र अमेरिका, जर्मनी, रोमानिया और चीन में मौजूद हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सॉल्यूशन
अपने पारंपरिक व्यवसाय के साथ-साथ कंपनी भारत में बिल्कुल नए उत्पाद क्षेत्र में कारोबार का संचालन शुरू करने की योजना बना रही है। नए अनुसंधान एवं विकास केंद्र में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम की असेंबली विकसित की जाएगी, जो अब दुनिया में मार्कवार्ड की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है। कंपनी सरकार की “मेक इन इंडिया” पहल के अनुरूप “बिजली पर आधारित भविष्य” में अपना योगदान देना चाहती है। मोटर-वाहन क्षेत्र में व्यवसाय के अलावा, मार्कवार्ड इंडिया को भविष्य में बिजली से चलने वाले दोपहिया वाहनों और ऑफ-रोड वाहनों के क्षेत्र में असीमित संभावनाओं की उम्मीद है। डेमोकार के साथ – भविष्य के कॉकपिट के भीतर देखने का अवसर, यानी अनुसंधान एवं विकास केंद्र के भव्य उद्घाटन के मौके पर आगंतुकों को भविष्य के कॉकपिट के भीतर देखकर संचालन की नवीनतम तकनीक, कंट्रोल एवं इलेक्ट्रिफिकेशन में नई खोज को अच्छी तरह जानने व समझने का अवसर मिला। मार्कवार्ड ने डेमोकार 2.0 में चालक की सीट पर इंटेलिजेंट लाइटिंग सॉल्यूशंस के साथ-साथ नई सामग्रियों का भी प्रदर्शन किया, जो बेहतर कामकाज और कार के भीतरी माहौल को शानदार बनाने में नई संभावनाओं के द्वार खोलते हैं। एलईडी एनीमेशन में वार्निंग लाइट्स या कलिश़न कंट्रोल जैसी मददगार गतिविधियां भी शामिल हैं, और यह इंजन की विभिन्न अवस्थाओं के साथ-साथ केबिन में तापमान के स्तर का संकेत भी देता है।