मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023 से पहले आज मुंबई में आयोजित आंध्र प्रदेश की सफल निवेशक बैठक में सरकार ने विकास के लिए व्यवसायों में अपना सहयोग देने के लिए महाराष्ट्र के निवेशकों को सबसे तेज़ सिंगल-विंडो क्लीयरेंस की सुविधा, उपयोग करने योग्य समुद्र तट एवं बंदरगाहों, बेहतर गुणवत्ता वाली बिजली, पर्याप्त मात्रा में भूमि बैंक, अत्याधुनिक बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता का भरोसा दिलाया।
श्री गुडीवाड़ा अमरनाथ, माननीय मंत्री, उद्योग, बुनियादी ढांचा, निवेश और वाणिज्य, सूचना प्रौद्योगिकी, हथकरघा एवं कपड़ा मंत्रालय, आंध्र प्रदेश सरकार, ने महाराष्ट्र राज्य को भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बताया, जो भारत की जीडीपी में 14% से अधिक और देश के कुल औद्योगिक उत्पादन में 20% का योगदान देता है। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत के ऐसे सम्मेलनों से देश में विकास की राह पर आगे बढ़ रहे और आर्थिक नजरिए से बड़े राज्यों के बीच सहयोग को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
श्री अमरनाथ ने आगे कहा, “पूरे उद्योग में अपने विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो (जिसमें ऑटोमोबाइल, केमिकल, एयरोस्पेस और रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा जैसे क्षेत्र शामिल हैं), बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर (बंदरगाह, सड़क नेटवर्क), आईटी/आईटीईएस, स्टार्टअप इकोसिस्टम, रत्न एवं आभूषण, फाइनेंस, पर्यटन के साथ राज्य ने वर्ष 2021-22 में $3,800 की अधिकतम प्रति व्यक्ति आय दर्ज की है।”
उन्होंने आगे कहा, “फिलहाल 2.2 लाख करोड़ रुपये (27.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के कुल निवेश के साथ 89 बड़ी परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है, जिससे संभावित तौर पर 20,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। व्यापार सुगमता के मामले में अव्वल दर्जे का राज्य होने के अलावा बड़े औद्योगिक भूमि बैंकों, 530 इंडस्ट्रियल एस्टेट, 293 इंडस्ट्रियल पार्कों, 31 एमएसएमई पार्कों, 6 विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एसईजेड), 3 सूचना प्रौद्योगिकी एसईजेड और 3 बड़े इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की उपलब्धता के साथ, आंध्र प्रदेश भारत के पूर्वी तट पर निवेश के लिए सबसे बेहतर स्थान है।
श्री बुग्गना राजेंद्रनाथ रेड्डी, माननीय मंत्री, वित्त एवं योजना, वाणिज्यिक कर, विधायी मामले, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण, आंध्र प्रदेश सरकार ने सम्मेलन के दौरान राज्यों के समृद्ध आर्थिक इतिहास तथा भारत की अर्थव्यवस्था के विकास में लगातार योगदान देने वाले विभिन्न क्षेत्रों में औद्योगिक प्रगति के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि राज्य विकास की दिशा में बड़े कदम उठा रहा है, जो इसकी आर्थिक प्रगति से स्पष्ट है। उन्होंने बताया कि राज्य ने GSDP में 11.43% की वृद्धि दर दर्ज की है, जो वित्त-वर्ष 22 में सभी राज्यों में सबसे अधिक थी और बीते 3 सालों के दौरान राज्य का निर्यात 9.3% CAGR से बढ़ा है।
श्री राजेंद्रनाथ ने आगे कहा, “बीते कुछ सालों में, आंध्र प्रदेश सरकार ने शासन को मजबूत करने, कारोबारी माहौल में सुधार करने, नीतिगत स्थिरता को बढ़ावा देने, प्रतिस्पर्धा की क्षमता बढ़ाने और पारदर्शिता को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुधार और पहलों की शुरुआत की है, ताकि निवेश के माहौल को और बेहतर बनाया जा सके।”
सरकार व्यवसायों को अपने राज्य के जिंदादिल शहर, विशाखापत्तनम में अपने कार्यालयों एवं दुकानों की स्थापना के लिए भी आमंत्रित कर रही है, जिसे हाल की स्वच्छ भारत रैंकिंग के तहत भारत के शीर्ष 5 सबसे स्वच्छ शहरों की सूची में शामिल किया गया है।
इस कार्यक्रम में श्री औदिमुलापु सुरेश, माननीय नगर प्रशासन एवं शहरी विकास मंत्री भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि विशाखापत्तनम शहर उनका सबसे बड़ा शहरी समुदाय है। 85 किमी तक लंबी तटरेखा और 681.92 वर्ग किमी के साथ विशाखापत्तनम बड़ी तेजी से विकसित होने वाला बंदरगाह शहर है, जहाँ 20 मिलियन लोग और 5.8 मिलियन परिवार रहते हैं। श्री सुरेश ने कहा कि “समुद्र तट पर बसे इस जिंदादिल शहर का स्वरूप महानगरीय है साथ ही यह औद्योगिक, शैक्षिक एवं पर्यटन गतिविधियों का केंद्र है, जो सार्वजनिक और निजी कंपनियों से निवेश को आकर्षित करता है, जिसमें तेल रिफाइनरी, जिंक, उर्वरक, स्टील, ड्रेजिंग, भारी इंजीनियरिंग, जहाज निर्माण और बिजली उत्पादन तथा बड़े पैमाने के उद्योग शामिल हैं।”
आंध्र प्रदेश राज्य मुंबई में एक सफल निवेशक बैठक में अपने समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों, बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर निवेश, भूमि बैंक की उपलब्धता तथा नियमों एवं विनियमों में गहन सुधारों का प्रदर्शन कर रहा है। इन सभी प्रयासों ने मिलकर आंध्र प्रदेश को एक ऐसे राज्य के रूप में स्थापित किया है, जहाँ प्रचुरता और समृद्धि का मिलन होता है। यह कार्यक्रम 3-4 मार्च 2023 को विशाखापत्तनम में आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन के क्रम में होने वाले ऐसे कई सम्मेलनों में से चौथा है।
मुंबई में आयोजित इस बैठक में आज मंत्रालयों, राज्य सरकार के संस्थानों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने निवेश समुदाय के साथ खुलकर बातचीत की। इस दौरान संभावित निवेशकों की मदद करने और सबसे तेज़ टर्नअराउंड समय की सुविधा देने का वादा किया गया। प्रस्तुतियों में मौजूदा और आगामी बुनियादी ढांचे के साथ-साथ राज्य के अनुकूल नीतिगत माहौल को दिखाया गया। इस आयोजन में कृषि, कृषि आधारित उद्योगों, समुद्री क्षेत्र, विनिर्माण, खाद्य प्रसंस्करण, बंदरगाहों, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, हथकरघा और कपड़ा उद्योग ने काफी दिलचस्पी दिखाई।
आंध्र प्रदेश देश में दूसरी सबसे लंबी तटरेखा, यानी 974 किमी लंबी तटरेखा, 6 मौजूदा बंदरगाहों और 4 आगामी बंदरगाहों के साथ दक्षिण-पूर्व में भारत का प्रवेश द्वार है। संयोगवश, अब तक के जारी आंकड़ों के अनुसार यह वर्ष 2021-22 में 11.43% की दोहरे अंकों की वृद्धि के साथ भारत में सबसे तेजी से विकसित होने वाला राज्य भी बन गया है। राज्य माननीय मुख्यमंत्री, श्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के सक्षम नेतृत्व में विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार द्वारा शासन व्यवस्था में किए गए सुधारों और निवेशकों के अनुकूल नीतियों के निर्माण की वजह से राज्य व्यापार सुगमता (ईओडी) के मामले में लगातार तीन साल से शीर्ष पर है।
निवेश के माहौल को परेशानी मुक्त बनाने के लिए शासन व्यवस्था में लगातार सुधार करने के अलावा इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत बनाया गया है। इन सुधारों को उचित सम्मान दिया गया है और राज्य को पिछले एक साल में कई पुरस्कार मिले हैं। इन पुरस्कारों में लॉजिस्टिक्स 2022 के लिए लीड्स अवार्ड, एनर्जी 2022 के लिए इनर्शिया अवार्ड, पोर्ट-लीड और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट 2022 के लिए ईटी अवार्ड, इत्यादि शामिल हैं।
राज्य सरकार के प्रमुख पदाधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई, जिनमें श्री श्रीधर लंका, आंध्र प्रदेश सरकार के सलाहकार; श्री रॉबिन बनर्जी, उपाध्यक्ष, सीआईआई महाराष्ट्र राज्य परिषद; श्री एम. गोविंदा रेड्डी, अध्यक्ष, एपीआईआईसी; श्रीमती बंदी नागेंद्र पुण्यशीला, अध्यक्षा, एपीआईडीसी; श्रीमती सुनीता, प्रधान सचिव, हथकरघा एवं वस्त्र; श्री सौरभ गौड़, सचिव, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स और कौशल विकास; श्री शनमोहन, सीईओ, आंध्र प्रदेश मैरीटाइम बोर्ड; श्रीमती सृजन गुम्माल्ला, उद्योग निदेशक; श्री श्रीधर रेड्डी, सीईओ, एपी फूड प्रोसेसिंग सोसाइटी; श्री भरत कुमार सीओओ, एपी फूड प्रोसेसिंग सोसाइटी तथा तमिलनाडु उद्योग जगत की बड़ी हस्तियां शामिल हैं।