ठाणे [ युनिस खान ] कोंकण के लोगों ने गणेश उत्सव के अवसर पर कोंकण यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य करने का विरोध किया है। पिछले तीन महीनों से कोकणवासी रेलवे, एसटी बस में अपना टिकट आरक्षिति करा रहे हैं लेकिन इस दौरान राज्य सरकार ने आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया लेकिन गणेश उत्सव निकट आते ही आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।
गणेशोत्सव के अवसर पर कोंकण रेलवे यात्री संघ ने आज सोमवार को कोंकण के मुलगांव जाने के लिए आरटीपीसीआर परीक्षण अनिवार्य किये जाने के खिलाफ ठाणे रेलवे स्टेशन पर धरना दिया। आज सुबह ठाणे रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की कड़ी सुरक्षा के चलते पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को अधिकारियों के साथ चर्चा करने और अपनी मांगों से अवगत कराने के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया।
कोंकण जाने वाले गणेश भक्तों के लिए सरकार की ओर से नए नियम व शर्तें रखी गई हैं। कल्याण सावंतवाड़ी रेलवे पैसेंजर कमेटी ने भी इस फैसले का विरोध किया था। इस समय राज्य में राजनीतिक कार्यक्रम हो रहे हैं। उनकी बैठकों और सभाओं को सरकार द्वारा अनुमति दी जाती है। हालांकि गणेशोत्सव के लिए कोंकण जाने वाले भक्तों के लिए नियमों को लागू कर उत्सव में खलल डाला गया है। इसलिए कल्याण सावंतवाड़ी रेल यात्री समिति ने आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता को रद्द करने की मांग की है।
कोंकण रेलवे यात्री सेवा संघ की ओर से ठाणे स्टेशन पर आरटीपीसीआर टेस्ट रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया। इस आंदोलन में संगठन के सभी पदाधिकारी और सदस्य मौजूद थे। अब तक शासन व प्रशासन से नियमित पत्राचार के बावजूद कोंकण के लोगों को कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। कोंकण में सभी राजनीतिक नेताओं को कोई आश्वासन नहीं मिला है। राजनीतिक दौरों, रैली और आन्दोलन के लिए अनुमति दी जाती है। कोंकण रेल यात्री सेवा संघ के प्रमुख राजू कांबले ने सवाल उठाया कि कोंकण जाने वाले गणेश भक्तों को ऐसा करने के लिए क्यों मजबूर किया जाता है।